नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने अपने सहयोगी अकाली दल और अन्य विपक्षी पार्टियों के दवाब में गुरुवार को पंजाब के राज्यपाल बनने जा रहे वीपी सिंह बदनोर को ही चण्डीगढ़ का प्रशासक नियुक्त कर दिया।
इससे पहले सरकार ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी केजे अल्फोंस को चण्डीगढ़ का प्रशासक नियुक्त करने का फैसला लिया था। यह फैसला असल में पिछले 32 सालों से चली आ रही परंपरा को बदल देता।
अभी तक पंजाब के राज्यपाल ही चण्डीगढ़ के प्रशासक नियुक्त किए जाते रहे हैं। इससे अकालियों को लग रहा था कि पंजाब का चण्डीगढ़ पर दावा कमजोर पड़ जाएगा।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी संदेश में कहा गया है कि वीपी सिंह बदनोर पंजाब के गवर्नर के साथ चण्डीगढ़ के प्रशासक भी होंगे।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को देर रात तक चले हाईप्रोफाइल राजनीतिक ड्रामे के बाद केन्द्र सरकार ने प्रशासक नियुक्ति प्रकरण में दो कदम आगे बढ़ने के बाद अपने कदम पीछे हटा लिए थे।
चण्डीगढ़ के मूल निवासी व चण्डीगढ़ नगर निगम के निर्वाचित पार्षद हमेशा से ही इस बात पर कायम रहे हैं कि चण्डीगढ़ के लिए एक अलग से प्रशासक नियुक्त किया जाए।
इस मुद्दे की गंभीरता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि हमेशा नगर निगम में एक दूसरे की टांग खींचने वाले कांग्रेस व भाजपा के निर्वाचित पार्षद इस मामले में एक मत हैं। चण्डीगढ़ के पार्षदों की मांग हमेशा से ही केन्द्र सरकार के लिए एक नया प्रशासक नियुक्त करने की रही है।