Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
hindu spy arrested from jaisalmer diary recovered states 35 kg RDX already been brought in
Home Breaking जैसलमेर में हिन्दू Pak जासूसी एजेंट अरेस्ट, भारत में पहुंच चुका है 35 किलो आरडीएक्स

जैसलमेर में हिन्दू Pak जासूसी एजेंट अरेस्ट, भारत में पहुंच चुका है 35 किलो आरडीएक्स

0
जैसलमेर में हिन्दू Pak जासूसी एजेंट अरेस्ट, भारत में पहुंच चुका है 35 किलो आरडीएक्स
Pakistani spy Nand Maharaj caught in Jaisalmer with photos, maps of border area
hindu spy arrested from jaisalmer
hindu spy arrested from jaisalmer diary recovered states 35 kg RDX already been brought in

जयपुर/जैसलमेर। राजस्थान में पाकिस्तानी जासूसी और आतंकी नेटवर्क का बडा भंडोफोड हुआ है। खूफिया एजेंसियों ने जैसलमेर में पाकिस्तानी पासपोर्ट पर भारत आए एजेंट नंदलाल महाराज को अरेस्ट किया है।

खुफिया सूत्रों की माने तो राजस्थान से लगती पाकिस्तान बॉर्डर से अलग-अलग जगहों से अब तक 35 किलो आरडीएक्स भारत में बम ब्लास्ट के लिए पहुंचा चुका है।

खूफिया एजेंसी आईबी, रॉ और राजस्थान के इंटेलिजेंस ने इस नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए अरेस्ट किए गएस पाकिस्तानी एजेंट के पास से एक महत्वपूर्ण डायरी बरामद की है। इस डायरी में लिखी डिटेल से ही पता चला है कि कब-कब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इसके खाते में पैसे डालती थी।

नंदलाल को इस काम के बदले आईएसआई 10 से लेकर 60-70 हजार तक देती थी। नंदलाल का पूरा परिवार पाकिस्तान में है, लेकिन पैसों के लालच में ये पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के लिए तैयार हो गया।

नंदलाल से दर्जनों पाकिस्तानी सिम कार्ड बरामद

हिन्दू पुजारी नंदलाल महराज की उम्र 26 साल है और वह पाकिस्तान के खिप्रो सानगढ़ का रहने वाला है। पाकिस्तान में टेक्सटाईल का शोरूम चलाने वाले नंदलाल की रोज की आमदनी तीन हजार रुपए है। इसकी पत्नी और बच्चे पाकिस्तान में रह रहे हैं। इसके पास से दो मोबाईल सेट और दर्जनों पाकिस्तानी सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। इसकी मदद से वह सरहदी इलाके में जाकर पाकिस्तान बात करता था।

खुफिया एजेंसियां कर रहीं कडी पूछताछ

खुफिया एजेंसियां बीते 48 घंटे से नंदलाल महाराज से जैसलमेर में पूछताछ कर रही हैं। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इसकी मदद से पहुंचा आरडीएक्स कहां कहा पहुंचाया गया। खुद नंदलाल को नहीं पता कि आगे के नेटवर्क में कौन कौन शामिल है। इस एजेंट के पास से बड़ी संख्या में सैन्य ठिकानों के नक्शे और आस-पास के फोन नंबर भी मिले हैं।