नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के मौके पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस द्वारा विवादित ट्वीट के बाद पंजाब से लेकर दिल्ली तक घिरी कांग्रेस सफाई में उतर आई है।
दसअसल पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी उस टिप्पणी को ट्वीट कर दिया जो राजीव गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौत के बाद दी थी।
राजीव गांधी ने सिख दंगों को लेकर कहा था कि ‘जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।’ इस टिप्पणी को लेकर राजीव गांधी की आलोचना की जाती रही है।
शनिवार को यह ट्वीट पश्चिम बंगाल कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से किया गया। हालांकि, विवाद के बाद बंगाल कांग्रेस ने इस ट्वीट को तुरंत हटा दिया था।
बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि हमारा अकाउंट हैक किया गया, हम इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज करने जा रहे हैं।
राजीव गांधी पर बहुप्रचारित ट्वीट बंगाल कांग्रेस ने नहीं किया। इस ट्वीट के असर से दिल्ली और पंजाब में बवाल मच गया है। विरोधी दलों ने इस ट्वीट को मुद्दा बना लिया है।
भाजपा प्रवक्ता नलिन कोहली ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से यह ट्वीट किया गया। 1984 में हुए सिख नरसंहार की पीड़ा लोगों के दिल में आज भी जिंदा है।
इस तरह का ट्वीट दिखाता है कि कांग्रेस पार्टी के नेता कितने संवेदनहीन हैं। पार्टी हाई कमान को जिम्मेदार लोगों पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को इस बयान के लिए माफी मांगना चाहिए।
वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि कांग्रेस को 84 पर कभी अफसोस नहीं रहा है। आज भी वह इस पर गर्व करते हैं। आप के नेता और सिख दंगा पीड़ितों के वकील एचएस फुल्का ने कहा कि उस हिंसा को लेकर कांग्रेस का असली चेहरा यही है।
इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि 1984 दंगों के मामले में उनके दल की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक मांफी मांग चुके हैं। बार-बार इस मुद्दे को उठाकर राजनीति करना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ट्वीटर हैंडल पर भी गड़बड़ियां होती हैं। प्रियंका ने कहा कि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के ट्वीट को तुरंत ही हटा लिया गया था। वहीं कांग्रेस के अन्य नेताओं का कहना है कि इस ट्वीट को बेवजह तूल दिया जा रहा है।