नई दिल्ली/पटना। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आईजी संजीव कुमार सिंह को दिए गए कार्यविस्तार को सरकार ने वापस ले लिया। इसी साल जून में उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया था।
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी ) ने देर रात एक अधिसूचना जारी कर कहा कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति में सक्षम प्राधिकार ने सिंह के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के विस्तार के गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी।
आईपीएस संजीव ने पिछले सप्ताह एक प्रेसवार्ता कर बारामुला में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी बहादुर अली का इकरारनामा करते हुए ऑडियो वीडियो चलचित्र मीडिया के सामने रखा था। वह पटना ब्लास्ट और पठानकोट ब्लास्ट की जांच में शामिल थे और उन्हें एजेंसी का चेहरा माना जाता था।
वह केन्द्र में अपनी प्रतिनियुक्ति के सात साल पूरे कर चुके थे। वह कुछ गिने चुने अधिकारियों में से एक थे जिन्हें एनआईए के गठन के समय इसमें शामिल किया गया था।
संजीव जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व से जुड़े कई जांच कार्यों में शामिल थे। इसके अलावा वह बोधगया बलास्ट, गांधी मैदान पटना में हुए बलास्ट जिसमें मुख्यमंत्री के तौर पर नरेन्द्र मोदी ने भाग लिया था की भी जांच कर रहे थे।
इससे पहले 22 जून के एक आदेश में कहा गया था कि आईपीएस कार्यकाल नीति को शिथिल करते हुए एसीसी ने पांच जुलाई, 2016 से एक साल के लिए सिंह के विस्तार के गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है।