जगदलपुर। नक्सल उन्मूलन अभियान के बढ़ते दबाव तथा शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर रविवार को 7 नक्सलियों नेे माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा एवं उनकी गलत नीतियों से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में सम्मिलित होने के लिए नारायणपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
बस्तर आइजी एसआरपी कल्लूरी ने बताया कि नक्सली सदस्य लखमू गावड़े (जनताना सरकार अध्यक्ष), मंगलू गोंड (सीएनएम अध्यक्ष), संतोष दुग्गा, (जनताना सरकार सदस्य), राजू राम कावड़े (जनताना सरकार सदस्य), घसिया गोंड (मिलिशिया सदस्य), साधूराम कावड़े (जनताना सरकार सदस्य) एवं पंडरू गोंड (जनताना सीएनएम सदस्य) थाना आमाबेड़ा में पिछले 06-07 वर्षों से नक्सली संगठन के लिए कार्य कर रहे थे, उपरोक्त सभी नक्सली कमांडर फूलसिंग, सुखदेव, सुखराम, आजाद, प्रदीप के सम्पर्क में मार्ग अवरूद्ध करने, तोडफ़ोड़, आगजनी, पोस्टर, पम्पलेट फेंकने जैसी घटनाओं में शामिल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली रामलाल के ऊपर शासन द्वारा एक लाख रूपये का ईनाम घोषित है। उपरोक्त आत्मसमर्पित नक्सली सदस्यों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत पुनर्वास योजना का लाभ दिया जाएगा।