काहिरा। काहिरा के अरब राष्ट्र संघ सचिवालय में भारतीय संविधान का पहला अरबी अनुवाद जारी किया गया। यह अनुवाद भारतीय संविधान के मसौदे और लोकतांत्रिक संस्थाओं को बनाए रखने में इसके योगदान की सराहनाओं के बीच हुआ।
भारतीय दूतावास द्वारा अरब राष्ट्र संघ के साथ मिलकर किए गए आयोजन में अरब लीग के महासचिव नाबिल अल अरबी ने विदेश मंत्रालय के सचिव अनिल वाधवा के साथ मिलकर संविधान का अनुवाद जारी किया। मिस्र में भारत के राजदूत नवदीप सूरी ने भारतीय संविधान का अनुवाद जारी किए जाने को मील का पत्थर बताया।
इस सत्र की अध्यक्षता करने वाले महासचिव नाबिल अल अरबी ने भारत के संविधान निर्माताओं के प्रयासों की ऐसा संविधान तैयार करने के लिए सराहना की जो समाज के सभी वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा करता है और वृहद स्तर पर भाषाई, धार्मिक और जातीय विविधताओं को चित्रित करता है।
गौरतलब है कि अनुवाद का यह काम अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन सहायता संस्थान (आईडीईए) ने किया और यह भारतीय संविधान का पहला अरबी अनुवाद है।