जयपुर। जेडीए ने बुधवार सुबह जयपुर के 22 गोदाम सर्किल पास राजमहल होटल से लगती करीब साढ़े 12 बीघा वाली जिस बेशकीमती जमीन का कब्जा लिया। उसे लेकर जयपुर राजघराने और जेडीए के बीच काफी पुराना विवाद चल रहा है।
इसी के चलते जेडीए की कार्यवाई का विरोध करने भाजपा विधायक और राजघराने की सदस्य राजकुमारी दियाकुमारी भी मौके पर पहुंच गई। विधायक की मौके पर जेडीए आयुक्त शिखर अग्रवाल से हॉट-टॉक भी हुई।
इसके चलते जेडीए प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा और जमीन पर बने दो पुराने स्ट्रक्चर और मैरिज गार्डन से लगती दीवार को तोडऩे से रोकना पड़ा। हालांकि जेडीए ने मौके पर जमीन का कब्जा लेते हुए जेडीए संपत्ति के बोर्ड लगा दिए।
जेडीए के जोन उपायुक्त ने बताया कि जमीन को जेडीए ने 1993 में अवाप्त कर लिया था, जिसका मुआवजा कोर्ट में जमा है। अवाप्ति के लिहाज से जमीन जेडीए की है।
इधर दियाकुमारी ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि 2011 में सेशन कोर्ट ने जमीन का स्वामित्त राजघराने का मानते हुए इसकी डिक्री की।