मुंबई। फिल्मकार जोया अख्तर ने भारतीय फिल्मों पर करों के भारी बोझ पर चिंता जतायी है और इसे निर्माताओं के लिए कमरतोड़ करार दिया है। ‘दिल धड़कने दो’ की निर्देशक ने सरकार से इस उद्योग को सहयोग देने का आह्वान किया है।
जोया ने कहा कि मैं समझती हूं कि हमसे जितना कर लिया जाता है, उतना नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि हॉलीवुड फिल्मों से भी उतना कर नहीं वसूला जाता, जितना भारतीय फिल्मों से। भारतीय फिल्में कराधान से कराह रही है।
उन्होंने कहा कि हम मनोरंजन के लिए कर का भुगतान कर रहे हैं जो तार्किक कर है और हम सेवा के लिए कर अदा कर रहे हैं। ऐसे में हम लग्जरी हैं या सेवा हैं? हम बस कर का भुगतान करते जा रहे हैं।
‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ की 43 वर्षीय निर्देशक ने कहा कि सरकार को इस उद्योग का सहयोग करना चाहिए ताकि यह फले फूले। वह यहां सोनी पिक्चर्स नेटवर्क के नए अंग्रेजी मूवी चैनल सोनी ली प्लेक्स एचडी के लांच के मौके पर बोल रही थीं।