जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर सिटी में गुरुवार सुबह बगरू वालों के रास्ते में एक पुराना जर्जर मकान अचानक भरभराकर गिर गया। इसमें एक ही परिवार के पांच लोग दब गए।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत दबे लोगों को बाहर निकाल लिया। एक महिला को गंभीर चोट लगी है।
नाहरगढ़ थानाधिकारी राजीव यदुवंशी ने बताया कि बगरू वालों का रास्ता नीलकंठ महादेव मन्दिर के पास पुराने जर्जर मकान में रामप्रकाश धामाणी रहते थे, जिनका 12 दिन पहले निधन हो गया था।
बताया जा रहा है कि घर में रामप्रकाश के निधन के 12वें का कार्यक्रम था। धामाणी के बेटे अरुण (30), निर्मल (46) और अरुण की पत्नी आशा (26) और 12 साल की बेटी मेघा सहित 60 वर्षीय शर्मिला मकान के अंदर थे। आशा छत पर थी तभी उसने देखा छत गिर रही है।
वह चिल्लाते हुए नीचे भागी। परिवार के अन्य सदस्य दूसरे हिस्से की छत पर दौड़े। इतने में ही पूरा मकान गिर गया। हादसे के बाद वहां चीख पुकार मच गई। परिवार के सदस्य मलबे के नीचे दब गए।
चीख सुन कर आसपास के लोग दौड़कर आ गए। परिवार के सदस्यों को जैसे-तैसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। आशा गंभीर रूप से घायल हुई है जबकि मेघा व शर्मिला को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे में दौरान मकान के अंदर एक साल का मासूम भी था। जैसे ही मकान ढहा वह डर गया और दीवार के पास सटकर रोने लगा। इसी दौरान उसके तीनों ओर मलबा गिर चुका था लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आई।
इलाके में दर्जनों मकान ऐसे हैं जो जर्जर स्थिति में हैं और कभी भी गिर सकते है। नगर निगम द्वारा इन सभी को नोटिस भी दिया है लेकिन लोग खाली करने का नाम ही नहीं ले रहे हैं और अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।