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नृत्यांगना तारा बालगोपाल की मदद के लिए आगे आईं सुषमा स्वराज

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नृत्यांगना तारा बालगोपाल की मदद के लिए आगे आईं सुषमा स्वराज
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नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुरे समय से गुजर रही बीते समय की मशहूर कथक, भरतनाट्यम और कथकली नृत्यांगना तारा बालगोपाल की हर संभंव मदद करने का आश्वासन दिया है।

सुषमा ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि दक्षिण दिल्ली के पूर्व मेयर और भाजपा नेता सुभाष आर्य तारा बालगोपाल से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने तारा बालगोपाल से बात की। मैंने उनकी समस्या समझ ली है। हम उनकी मदद करेंगे।

एक समय देश का गौरव रही 81 वर्षीय नृत्यांगना एवं पूर्व अंग्रेजी प्रवक्ता तारा बालगोपाल बेहद गरीबी के दौर से गुजर रही हैं। जैसे-तैसे उनका गुजारा होता है। एक समय वह भी था जब उनके सम्मान में भारत सरकार ने डाक टिकट जारी किया था और आज वह दूसरों पर आश्रित हैं।

एक व्यक्ति ने ट्वीटर के जरिए यह बात विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचाई जो कि सोशल नेटवर्किंग साइट पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाली नेताओं में से एक हैं।

व्यक्ति ने ट्वीट किया कि मैडम मुझे नहीं पता कि आपको इस बात से कितना फर्क पड़ेगा लेकिन फिर मैं कहना चाहूंगा कि तारा बालगोपाल को आपके सहयोग की जरूरत है।

सुषमा ने तत्काल ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि मैं तारा बालगोपाल से संपर्क करूंगी और उनकी मदद करूंगी। मेरी जानकारी में यह बात लाने के लिए धन्यवाद।

तारा बालगोपाल दिल्ली के जर्जर हो चुके मकान में अकेले ही बदहाल और एकाकी जीवन जी रही हैं। उन्होंने 1960 में संसद में नृत्य का हुनर दिखाया था। भारत सरकार ने 1962 में उनके नाम पर एक रुपए का डाक टिकट भी जारी किया था।

इसके अलावा वह दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज में अंग्रेजी में रीडर के पद पर कार्यरत थी। सेवानिवृत्ति के बाद विश्वविद्यालय ने उनके बकाया भुगतान नहीं किया।

2010 में पति के निधन के बाद वह तन्हा जिंदगी गुजार रही हैं। उनका कोई भी आगे पीछे नहीं है तथा सेवानिवृत्त के बाद से उन्हें पेंशन भी नहीं मिली।