कानपुर। एशिया के सबसे बड़े अस्पताल हैलट में डाक्टरों की लापरवाही के चलते अपने पिता के कंधे पर एक बेटे की मौत के मामले पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है।
मंगलवार को पिता के कंधे पर बेटे की मौत की खबरें मीडिया में आने के बाद शासन ने सीएमएस को सस्पेंड कर दिया है तो वहीं पूरे मामले को लेकर पीएमओ ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है।
हैलट अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही के चलते बीमार बेटे की मौत पिता के कंधों पर होने की शर्मनाक घटना को मीडिया ने प्रमुखता से उठाया जिसके बाद मंगलवार देर शाम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएमएस सी.एस. सिंह को संस्पेंड करते हुए जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए।
हैलट डाक्टरों की इस करतूत को पीएमओ कार्यालय ने भी संज्ञान में ले लिया और डीएम कौशलराज शर्मा से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब कर ली। डीएम ने बताया कि मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जा रही है जिसकी रिपोर्ट बुधवार तक आ जाएगी। यह जांच रिपोर्ट पीएमओ को भेजी जाएगी। हालांकि जिस प्रकार डीएम के तेवर दिख रहे है उससे एक बात तो साफ है कि हैलट अस्पताल में अभी और कई जिम्मेदारों पर गाज गिर सकती है।
यह है मामला
बताते चलें कि फजलगंज निवासी सुनील अपने बेटे अंश (12) को लेकर जीएसवीएम मेडिकल कालेज से संबद्ध हैलट अस्पताल आया लेकिन यहां पर धरती के भगवान कहे जाने वाले डाक्टरों का दिल नहीं पसीजा। वह बेटे को कंधे पर लेकर कभी इधर व कभी उधर भटकता रहा और बेटा कंधे पर ही दम तोड़ दिया।
खंगाले जा रहे फुटेज
एसीएम छह आर.पी. त्रिपाठी की अगुवाई में जांच कर रही कमेटी घटना के दिन यानि 26 अगस्त के सभी दस्तावेज खंगालना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही तीमारदारों व मरीजों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। तो वहीं सीसीटीवी फुटेज के जरिए यह जानने की कोशिश की जा रही है कि उस दौरान डाक्टरों की कैसी गतिविधियां रही हैं।