चंडीगढ़। हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में हुए सामुहिक दुष्कर्म की जांच संवदेनशील मोड़ पर पहुंच गई है। गुरुवार को स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम की तरफ से हाईकोर्ट कोर्ट रूम में सुनवाई न कर जज के चैंबर में सुनवाई की मांग की गई।
जस्टिस एसएस सारों व जस्टिस लीजा गिल ने मांग को स्वीकार करते हुए एसआई प्रमुख को चैंबर में बुलाकर सुनवाई की। बाद में कहा कि जांच संवेदनशील मोड़ पर है लिहाजा जांच पूरी करने के लिए एसआईटी की तरफ से मांगा गया समय दिया जा रहा है।
मामले पर 22 सितंबर को सुनवाई होगी। मामले की पिछली सुनवाई पर कोर्ट में हरियाणा सरकार की तरफ से कहा गया था कि पुलिस ने 5 संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है। इन पर लूटपाट करने के आरोप हैं।
इनके डीएनए टेस्ट कराया गया है और रिपोर्ट का इंतजार है। एडीशनल सोलिस्टर जनरल ऑफ इंडिया तुषार मेहता ने कोर्ट में कहा कि जांच पूरी करने के लिए समय दिया जाए जिसे स्वीकार कर लिया गया।