वाशिंगटन। ओसामा बिन लादेन को पनाह देने वाले पाकिस्तान को फिरौती के रूप में इसकी बडी कीमत चुकानी पडी है। शर्मनाक यह है कि इस कीमती डील में बेटे और बेटियों का लेन देन हुआ।
आतंकी दुनिया की इस सनसनीखेज डील का सच सामने आया तो दुनिया भी दंग रह गई। पाकिस्तान में सबसे ताकतवर पद पर बैठा व्यक्ति भी कैसे आतंक के सामने घुटने टेकने पर मजबूर हुआ।
मीडिया रिपोर्टों की माने तो पाकिस्तान ने पूर्व सेना प्रमुख अशफाक परवेज कयानी के अपहृत बेटे के बदले में पाकिस्तान ने अल कायदा प्रमुख एेमन अल-जवाहिरी की दो बेटियों और एक महिला को छोड़ा था।
द लॉन्ग वार जर्नल ने अलकायदा समर्थित पत्रिकार अल मासरा का जिक्र करते हुए खुलासा किया है कि करीब एक हफ्ते पहले रिहाई की ये अदला बदली हुई। जवाहिरी की बेटियां मिस्त्र पहुंच भी गईं।
हालांकि पाकिस्तान के किसी मीडिया में कभी ये खबर नहीं आई कि कयानी का बेटा अगवा हुआ है। कयानी के बेटे के नाम का खुलासा अभी भी नहीं हुआ है।
रिपोर्ट में यह आरोप लगाया है कि सेवानिवृत्त कयानी पाकिस्तानी सेना और खुफिया प्रतिष्ठान की सबसे ताकतवार शख्सियतों में से एक हैं जिसने अल कायदा से संबद्ध तालिबान सहित जिहादियों को लंबे अरसे तक प्रायोजित किया। इसमें कहा गया है कि अल मस्रा पत्रिका ने पहले पन्ने पर लिखा है ‘पाकिस्तानी सैन्य कमांडर के बेटे की वजह से हुई रिहाई’।
इस बात पर सवाल उठने लगे हैं कि पाकिस्तानी पुलिस, पाकिस्तानी सेना, हाफिज सईद, मसूद अजहर जैसे समर्थक आतंकियों के रहते जवाहिरी ने पाकिस्तान के सबसे ताकतवर पद पर रहे कयानी के बेटे को उठवा भी लिया और अपनी शर्तों पर अपनी बेटियों को रिहा भी करा लिया।
कौन है जवाहिरी
जवाहिरी वहीं आतंकी सरगना है जिसका आका ओसामा बिन लादेन हुआ करता था और उसे पाकिस्तान में खोजकर अमरीका ने मार डाला था और पाकिस्तान को भनक तक नहीं लगी थी। लेकिन जवाहिरी ने साबित कर दिया है कि उसने लादेन के मरने के बाद भी अलकायदा को खत्म नहीं होने दिया है।
गिलानी के बेटे को अमरीका ने छुडाया था
पिछले साल मई में पाकिस्तान के पीएम रहे सैयद यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली हैदर गिलानी को अमरीका ने अलकायदा की जेल से छुड़ाया था। गिलानी का बेटा 2013 से अलकायदा की जेल में था। गिलानी का बेटा भी गफलत में अमरीकी ऑपरेशन के हाथ आ गया था। तब भी ये बात सामने आई थी कि गिलानी के बेटे की रिहाई के बदले अलकायदा अपने लोगों को छुड़ाने की ताक में था। अल मसरा ने दावा किया है कि अलकायदा ने पाकिस्तान के उस जासूस का सिर कलम कर दिया था जिसने पाकिस्तान को जवाहिरी की बेटियों तक पहुंचाया था।