पुलिस ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया लेकिन अपनी मांगों पर अड़े छात्रों ने हड़ताल जारी रखते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर समस्या के समाधन का आग्रह किया। छात्रों ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति को भी ज्ञापन देकर कालेज में कथित अनियमितताओं की जानकारी देते हुए समाधन का आग्रह कि या।
कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि अनुशासन के नाम पर गर्भवती महिलाओं से भी अभद्र व्यवहार किया जाता है और लगातार अवैध वसूली की जाती है जिसकी रसीद मांगने पर नहीं दी जाती है।
छात्रा किरण कवंर ने कॉलेज प्राचार्य पर आरोप लगाया कि पांच मिनट देरी से आने पर उसके गर्भवती होने के बावजूद घंटों धूप में खड़ा रखा और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। एक अन्य छात्रा श्रीजल शर्मा ने बताया कि कॉलेज में आठ की जगह तीन लेक्चरार है और कॉलेज में अध्ययन कार्य भी पूरा नहीं होता है।
छात्र नेताओं का आरोप है कि कॉलेज में 100 छात्रों का रजिस्ट्रेशन है लेकिन उपस्थिति कम रहती हैं। कॉलेज प्रशासन द्वारा अनियमित रहने वालें छात्रों की शीटस को अवैध वसूली के तहत पूरा कर लिया जाता है।
कॉलेज के निदेशक देवेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रशासन द्वारा अवैध वसूली के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि छात्र कालेज में अनुशासन बनाने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों द्वारा समय पर कार्य नहीं करने के कारण निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि छात्रों द्वारा लगातार बिना किसी जानकारी के हड़ताल की जा रही है।