जम्मू। कश्मीर में शांति बहाली के उदेश्य से गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में 28 सांसदों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को श्रीनगर पहुंचा।
हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन सईद अली शाह गिलानी ने अपने निवास पर पहुंचे ऑल पार्टी डेलीगेशन के सदस्यों से मिलने से इन्कार करके बैरंग लौटा दिया।
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में कश्मीर घाटी पहुंचे ऑल पार्टी डेलीगेशन के सदस्यों में से सीताराम येचुरी, शरद यादव, अस्सुदुदीन अवैसी, डी राजा, राज गोपाल नारायण एवं फयाज मीर हुर्रियत नेता गिलानी के घर पर पहुंचे।
गिलानी ने उनसे मिलने से इन्कार कर दिया। इस मौके पर गिलानी ने कहा कि वह भारतीय संविधान के दायरे में बातचीत करने को तैयार नहीं हैं।
इसके साथ ही नरम दल हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयर मैन मीरवाइज उमर फारूख व कटटरपंटी हुर्रियत नेता मोहम्मद यासीन मलिक ने डेलीगेशन के इन सदस्यों से मिलने से इन्कार कर दिया।
प्रतिनिधिमंडल की आज कश्मीर घाटी में विभिन्न संगठनों व लोगों से बातचीत जारी है। शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर रहे हैं।
हालांकि अलगाववादियों से समिति बात करेगी या नहीं इस बात को लेकर अभी असमंजस बना हुआ है। घाटी के ज्यादातर क्षेत्रीय दल के नेता कांफ्रेंस हाल पहुंच चुके हैं और बातचीत जारी है।
इसी दौरान सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उप मुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह से बैठक समाप्त हो चुकी हैं।
उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दरवाजे सभी के लिए खुले हैं अगर अलगाववादी चाहें तो सर्वदलीय समिति से मुलाकात कर सकते हैं हालांकि उनकी ओर से अभी अलगाववादियों से बातचीत का कोई प्लान नहीं है।
श्रीनगर पहुंचे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें उम्मीद है कि समिति का दौरा सफल रहेगा और जल्द घाटी में शांति बहाल होगी।