गोवा। गोवा में 11 नवंबर से 13 नवंबर तक ‘बर्ड फेस्टीवल’ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 200 पशु प्रेमी भाग लेंगे। इस आयोजन का मकसद लुप्त हो रही पक्षियों को बचाना और पक्षियों के प्रति आम आदमी में प्रेम भाव बढाना है। गोवा राज्य की पक्षी बुलबुल को इस आयोजन का लोगो बनाया जाएगा।
गोवा के पर्यावरण मंत्री राजेन्द्र अरलेकर ने बताया कि गोवा एक ऐसा राज्य है, जिसमें दो इको सिस्टम का संगम है, पहला मरीन यानि की पानी से घिरा है, तो दूसरा स्थलीय वन से घिरा है।
गोवा बर्ड कंज़रवेशन नेटवर्क के अध्यक्ष पराग रंगनेकर ने बताया कि इस कार्यक्रम से गोवा में मौजूद पंछियो से संबंधित पर्यटक स्थलों को खूब फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि पूरे भारत में पक्षियों की 1224 जातियां है और विश्व में 10293 जातियां है। इन प्रजातियों में गोवा में 432 जातियां है।
इस कार्यक्रम के दौरान पक्षियों को देखने की प्रक्रिया बोंदला और मोलेंम वन्यजीव अभ्यारणो के साथ साथ चोराओ में स्थित सलीम अली अभ्यारण में होगी। इसी के साथ इस समारोह में गोवा के पक्षियों पर आधारित फिल्में भी दिखाई जाएगी।
पक्षी विज्ञान से जुड़ी गोवा की कई नामचीन हस्तियां दक्षिण गोवा के बोंदला में तकनीकी सत्र में शिरकत करेगीं। गोवा बर्ड कंज़रवेशन नेटवर्क के अध्यक्ष पराग रागनेकर ने बताया कि यह कार्यक्रम टूरिस्ट सीज़न के दौरान आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालो में गोवा पक्षियो की विभिन्न प्रजातियों का एक बड़ा बाज़ार बन गया है, जिसे देखने खासतौर पर ब्रिटिश, जर्मन और स्केनडेवियन पर्यटक दो हफ्तों के चार्टिड टूर पैकेज पर यहां आते हैं।
उन्होंने बताया कि गोवा आनेवालो में मुंबई,बंगलूर और पुणे के पंछी प्रेमियों के साथ ही सूचना और प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े लोग भी शामिल होते हैं। उन्होने भरोसा जताया है कि इस कार्यक्रम से गोवा के पक्षी पर्यटन को काफी बढावा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि गौरिंया पक्षी जैसे अनेक पक्षी विलुप्त होते जा रहे हैं जिन्हे बचाने के लिए सरकार व पक्षी प्रेमी प्रयासरत हैं।