रालेगण सिद्धि। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोकपाल बिल आंदोलन में सहयोगी रहे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के एक के बाद एक तीन मंत्रियों के अलग-अलग विवादों में फंसने पर नाराजगी जताई तथा बोले कि इससे वे दुखी हैं। केजरीवाल से जब अन्ना के इस बयान के बाबत पूछा गया, तो वह मीडियाकर्मियों ने सवालों से बचकर चले गए।
अन्ना यहां कि नहीं रुके बल्कि बोले कि केजरीवाल से उनकी जितनी उम्मीदें थीं, अब सब खत्म हो चुकी हैं। सेक्स सीडी कांड में फंसे केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार पर अन्ना ने कहा कि दुर्भाग्य है कि केजरीवाल सरकार के 6 मंत्री में से 3 मंत्रियों के घर जाने की नौबत आ गई है।
मालूम हो कि अन्ना हजारे ने कई बार राजनीति को लेकर केजरीवाल समेत कई नेताओं को नसीहत दी थी। बावजूद उसके दिल्ली सरकार के कई मंत्री और आम आदमी पार्टी के विधायक भ्रष्टाचार, घरेलू हिंसा, फर्जी सर्टिफिकेट, लोगों से दुर्व्यवहार जैसे कई अपराधिक गतिविधियों के आरोप में कानूनी कार्रवाई के दायरे में आए।
बतादें कि दिल्ली में हुए अन्ना आंदोलन में अरविंद केजरीवाल, किरन बेदी, योगेंद्र यादव, कुमार विश्वास, जनरल वीके सिंह, मनीष सिसोदिया, प्रशांत भूषण के अलावा ढेर सारे लोग सक्रिय थे।
इसी आंदोलन के बाद राजनीतिक पार्टी बनाने और चुनाव लड़ने को लेकर भी अन्ना ने साथियों के साथ सार्वजनिक तौर पर अपने मतभेद दर्ज कराए थे। इसके बावजूद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी बना ली और चुनाव लड़े।
केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली में सरकार बनाई। अन्ना ने दोनों ही बार खुद को इससे दूर बताया। केजरीवाल ने अन्ना के पास जाकर उन्हें मनाने की कोशिश भी की। अन्ना ने केजरीवाल को काफी समझाया लेकिन उन्होंने उनकी किसी बात पर अमल नहीं किया और राजनीति में आकर राजनीतिक रंग में रंग गए।