उदयपुर। देबारी स्थित भीलों की बस्ती में मंगलवार सुबह दुर्लभ प्रजाति का सर्प मिला। तीन फीट लम्बा यह सांप प्रदेश में पहली बार दिखाई दिया है।
इस सांप को वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर के अध्यक्ष चमनसिंह ने पकड़ा। जीव विज्ञानी के मुताबिक यह सांप ग्लोसी बैलिड रेसर प्रजाति का है तथा बेहद दुर्लभ श्रेणी में आता है। बताया गया कि यह बेहद तेज गति से दौडऩे वाला तथा विषहीन सर्प है।
देबारी में भीलों की बस्ती में सुबह सांप के दिखाई देने पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। सूचना पर वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू सेंटर के अध्यक्ष चमनसिंह तत्काल टीम के साथ वहां पहुंचे। काफी कोशिश के बाद उसे पकड़ लिया गया।
चमनसिंह एवं उसकी टीम ने पहली बार ऐसा सांप देखा तथा उसके बारे में पता लगाने के लिए जीव विज्ञानी एवं वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. सतीश शर्मा के पास ले गए।
उन्होंने बताया कि यह सांप ग्लोसी बैलिड रेसर प्रजाति का है और बेहद दुर्लभ है। इस प्रजाति का सांप पहली बार प्रदेश में देखा गया है।
इसकी अधिकतम लंबाई तीन फीट होती है और विषहीन होता है। बेहद तेज गति से दौडऩे वाला यह सांप इससे पहले राजस्थान में नहीं देखा गया था।