भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव पर उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद सीबीआई जांच के बादल मंडरा सकते हैं। अब तक संवैधानिक पद पर होने के कारण वे बचते आ रहे थे।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल पद से विदा होते ही वे संवैधानिक पद के दायरे से बाहर चले जाएंगे। ऐसे में जांच को आगे बढ़़ाते हुए सीबीआई रामनरेश यादव से पूछताछ कर सकती हैं।
गौरतलब हैं कि बुधवार को ही राज्यपाल रामनरेश यादव का कार्यकाल समाप्त हो रहा हैं। इसके बाद गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली मध्य प्रदेश के कार्यवाहक राज्यपाल का पदभार संभालेंगे।
व्यापम घोटाले का खुलासा होने के बाद रामनरेश यादव का नाम 2014 में हुए वनरक्षक भर्ती मामले में आया था। एसटीएफ ने अपनी जांच में उन्हें नामजद आरोपी बनाया था।
उस दौरान संवैधानिक पद पर होने के कारण उन्हें राहत मिली थी। बुधवार को उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद 24 घंटे के भीतर ही रामनरेश यादव सीबीआई जांच के घेरे में आ सकते हैं।
ऐसे में अब व्यापमं मामलों की जांच कर रही सीबीआई की टीम उन्हें अपनी जांच के घेरे में लेते हुए वनरक्षक भर्ती परीक्षा के संबंध में पूछताछ कर सकती हैं। बताया जा रहा है कि इस विषय में सीबीआई मुख्यालय से भी दिशा निर्देश मांगे गए हैं।