नरसिंहपुर। थाना सुआतला अंतर्गत राजमार्ग चौराहा के एक समीपस्थ ग्राम में एक वहशी दरिंदे ने उस वक्त एक 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी को अपनी हवस का शिकार बना लिया जब वह गांव की गणेश प्रतिमाओं के दर्शन कर घर लौट रही थी।
इस वारदात को अंजाम देने में मुख्य आरोपी ने अपने साथियों का सहयोग लिया। यदि किशोरी ने वारदात के वक्त शोर न मचाया होता तो वह गैंग रेप का शिकार हो गई होती।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 वीं कक्षा में पढ़ने वाली पीड़िता 8 सितंबर को रात्रि करीब 9-10 बजे ग्राम में स्थापित गणेश प्रतिमाओं के दर्शन करने के बाद घर लौट रही थी।
इसी दौरान सुनसान स्थल पर अपने 4 अन्य साथियों के साथ खड़े राजमार्ग चौराहा निवासी अभिलेश केवट बुरी नीयत से किशोरी को जबरन उठाकर गांव के बाहर स्थित निर्माणाधीन पानी की टंकी के पास ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
एक साथ 5 दरिंदों को देखकर घबराई पीड़िता ने जोर से शोर मचाया तो ग्राम के युवक दौड़कर घटना स्थल पर पहुंचे और घेराबंदी कर सभी आरोपियों को पकड़कर सुआतला पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस के अनुसार सिर्फ अभिलेश केवट ने ही किशोरी के साथ दुष्कर्म किया था। यदि समय पर गांव वाले न आ गए होते तो वह सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हो जाती। पुलिस ने मुख्य आरोपी अभिलेश के विरूद्ध धारा 376 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
वहीं इस वारदात में सहयोग देने वाले उसके अन्य साथियों धर्मेंद्र विश्वकर्मा, रूपेश ठाकुर, अंकित जैन व प्रदीप लोधी के विरूद्ध धारा 363 के तहत अपहरण का मामला दर्ज कर सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया।
सिर्फ मुख्य आरोपी को पहचानती है पीड़िता
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित किशोरी सिर्फ मुख्य आरोपी अभिलेश केवट को ही पहचानती थी, अन्य 4 आरोपियों से वह अपरिचित थी। मामले में आरोपियों को पकड़वाने में तत्परता दिखाने वाले युवकों की बेहद सराहना की जा रही है। वहीं गणेशोत्सव के दौरान इस तरह की घृणित वारदात से ग्रामीणों में आक्रोश है।
इनका कहना है
आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए नरसिंहपुर लाये हैं। अपहरण में सभी लोग थे पर दुष्कर्म सिर्फ अभिलेश द्वारा किया गया है। यदि पीड़िता चिल्लाती नही तो उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हो जाता।
-एसएल झारिया- थाना प्रभारी सुआतला