भोपाल। नगरनिगम द्वारा बकाया संपत्तिकर की वसूली के लिए की जाने वाली भोज विश्वविद्यालय की कुर्की फिलहाल टल गई है। भोज विश्वविद्यालय ने बकाया संपत्तिकर का रिटर्न दाखिल करने के लिए तीन-चार दिनों का समय मांगा है, जो नगरनिगम ने दे दिया है।
नगरनिगम सूत्रों के अनुसार भोज विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के बाद से नगरनिगम को संपत्तिकर नहीं चुकाया है। विश्वविद्यालय पर बकाया संपत्तिकर की राशि बढ़ते-बढ़ते 70 लाख से भी ऊपर पहुंच गई है। इसकी वसूली के लिए नगरनिगम द्वारा कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
आखिरकार नगरनिगम ने थकहार कर विश्वविद्यालय के भवन की कुर्की करने का फैसला किया। इसके लिए 10 सितंबर की तारीख तय की गई और इस संबंध में नोटिस भी विश्वविद्यालय के गेट पर लगा दिए गए थे।
निगम के उपायुक्त श्रीराम तिवारी ने बताया कि 9 सितंबर को विश्वविद्यालय ने नगरनिगम अधिकारियों से संपर्क कर बकाया संपत्तिकर का रिटर्न दाखिल करने के लिए 3-4 दिन का समय मांगा था, जो उसे दे दिया गया है।
उपायुक्त के अनुसार विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना था कि बकाया संपत्तिकर की राशि काफी अधिक है और इतनी बड़ी राशि का भुगतान विश्वविद्यालय प्रबंधन अपने स्तर पर नहीं कर सकता।
करीब एक पखवाड़े में विश्वविद्यालय की कार्यसमिति की बैठक होने वाली है, जिसमें बकाया कर के भुगतान पर निर्णय ले लिया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा बकाया कर की अदायगी के संबंध में किए जा रहे प्रयासों को देखते हुए फिलहाल कुर्की का निर्णय टाल दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय की कुर्की का यह पहला प्रयास नहीं था। इसके पहले निगम यहां का एक कमरा सील कर चुका है।