उदयपुर। प्रतापनगर थाना क्षेत्र में डॉ. भीमराव अम्बेडकर आवासीय छात्रावास के वार्डन ने मानसिक तनाव के चलते सोमवार अपरान्ह अत्यधिक मात्रा में विषाक्त वस्तु का सेवन कर आत्महत्या कर ली।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कानजी का हाटा रावजी का हाटा निवासी लक्ष्मीशंकर (59) पुत्र गणेशलाल जोशी प्रतापनगर स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर आवासीय छात्रावास में दो वर्ष से वार्डन के रूप में कार्यरत है।
हॉस्टल के छात्र दिलीप कुमार मीणा ने बताया कि छुट्टियां होने पर अधिकांश छात्र अपने गांव गए हुए थे, वर्तमान में हॉस्टल में मात्र पांच छात्र हैं। अपरान्ह को वार्डन अपने कमरे के बाहर उल्टियां कर रहा था।
उसके बाद जब मैं वहां पहुंचा तो उन्होंने दरवाजा आड़ा कर पलंग पर सो गए और उनकी सांस तेजी से चल रही थी। उनकी यह हालत देखकर मैंने उनके बेटे पवन जोशी को फोन कर सूचना दी।
सूचना मिलते ही पवन जोशी हॉस्टल आ गया बाद में उनके साथ और अन्य हॉस्टल छात्र लोकेश मीणा के साथ लक्ष्मीशंकर जोशी को महाराणा भूपाल चिकित्सालय के आपातकालीन इकाई में लेकर पहुंचे तो वहां मौजूद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शव को एम.बी. चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवाया गया। हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि करीब 15-20 दिन पूर्व विभाग की ओर से हॉस्टल की आकस्मिक जांच कराई थी, उसमें कुछ अनियमित्तता रहने पर वार्डन सर कमलेश माली को वहां से हटाने को लेकर बात कही थी।
इस बात से वे पिछले दस-बारह दिनों से तनावग्रस्त चल रहे थे। आज उन्होंने गेहूं में रखने की सेल्फोस की चार थैलियों का सेवन कर लिया, जिससे उनकी हालत बिगडऩे पर मौत हो गई।
उनके शरीर से सेल्फोस की बहुत तेज दुर्गंध आ रही थी। मृतक का पोस्टमार्टम मंगलवार को होगा। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी।