भोपाल। बकरीद के मौके पर मुस्लिम समाज को मुबारकबाद देने ताजुल मस्जिद पहुंचे कांग्रेस जिला अध्यक्ष पीसी शर्मा ने विवादित बयान दे डाला।
उन्होंने भगवान गणेश के मस्तक काटे जाने को कुर्बानी से जोड़कर बयान दिया। जिस पर हिन्दू धर्म संगठनों ने कढ़ी आपत्ति जताई हैं। विरोध बढ़ता देख पीसी शर्मा ने अपने बयान पर माफी मांगी और बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात कही हैं।
मंगलवार को बकरीद के मौके पर ताजुल मस्जिद पर विशेष ईद की नमाज अता की गई। इस अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों को बधाई देने के लिए कांग्रेस जिला अध्यक्ष पीसी शर्मा और पूर्व निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा पहुंचे थे।
इस दौरान उत्साह में पीसी शर्मा की जुबान फिसल गई और वे विवादित बयान दे गए। अपने बयान में पीसी शर्मा ने कहा कि भगवान गणेश कुर्बानी का सबक सिखाने वाले देवता हैं। भगवान गणेश को हाथी का सिर लगाने को कुर्बानी माना।
मीडिया में बयान आने के बाद चारों ओर इसका विरोध होने लगा। भाजपा ने पीसी शर्मा के बयान को धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला बताते हुए आपत्ति जताई हैं। हिन्दू धर्म संगठनों ने इस पर घोर आपत्ति जताई हैं।
संस्कृति बचाओं मंच के चंद्रशेखर तिवारी ने पीसी शर्मा के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि भगवान गणेश के सिर काटे जाने के पीछे अलग कहानी हैं इसका कुर्बानी से कोई लेना देना नहीं हैं। कुर्बानी शब्द हिन्दू धर्म का नहीं हैं।
विवाद बढऩे के बाद पीसी शर्मा ने मीडिया पर उनके बयान को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया। पीसी शर्मा का कहना हैं कि उन्होंने किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के मकसद से ऐसा नहीं कहा यदि उनकी बात से किसी को बुरा लगा हो तो वे इसके लिए माफी मांगते हैं।