सीकर। पं.दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी वर्ष के अंतिम दिन 25 सितम्बर को तय होगा कि भाजपा की वर्तमान कार्यप्रणाली में सुधार करें या अलग राजनीतिक दल बनाएं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने बुधवार को सीकर के पास गोरियां स्थित अपने फार्म हाउस में पत्रकार वार्ता में यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय वाहिनी अपने संकल्प दिवस पर ही यह तय करेगी और इस दिन कार्यकर्ताओं का लिया गया निर्णय ही स्वीकार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से लम्बे समय से नाराज चल रहे तिवाड़ी ने राजे पर सीधे हमला करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता ने विचारधारा के आधार पर भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देकर सत्ता सोंपी वहीं मुख्यमंत्री ने भाजपा की विचारधारा से हटकर कार्य करना आरंभ कर दिया।
तिवाड़ी ने कहा कि यही कारण है कि आज प्रदेश का किसान, शिक्षक, कर्मचारी व आमजन के साथ साथ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवक भी नाराजगी जता रहे हैं। मुख्यमंत्री की ओर से गाय व मंदिर की अनदेखी करने के कारण स्वयंसेवकों को सडक़ पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ा।
भारतीय जनता पार्टी ने सरकार में आने से पहले गौशालाओं का अनुदान बढ़ाने की बात कही थी लेकिन इसके विपरीत मुख्यमंत्री ने अनुदान बंद कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में जयपुर में मंदिर तोड़े गए जिससे पार्टी का कार्यकर्ता का विश्वास उठ गया है।
विधायक तिवाड़ी ने इसके पीछे भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र को दर किनार कर देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केवल विधायकों का समर्थन होना ही कोई मायने नहीं रखता अगर कार्यकर्ताओं का समर्थन चला गया तो पार्टी धराशाही हो जाएगी।