लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार और सपा के बीच घमासान में लगातार बदलते घटनाक्रम के बीच शिवपाल सिंह यादव ने गुरूवार की देर रात सरकार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया।
जबकि खबर है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया। इससे पहले शिवपाल ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी।
इस घटना के बाद मध्य रात मंत्री नारद राय, उदयराज यादव, रामलाल अकेला सहित दर्जन भर विधायक व समर्थकों का शिवपाल सिंह के घर जमावड़ा हो गया। समर्थकों ने शिवपाल सिंह के पक्ष में नारे लगाने लगे।
मध्य रात 12.30 बजे शिवपाल सिंह यादव आपने बेटे आदित्य के साथ घर से बाहर निकले और समर्थकों से अपील किया कि आप आराम से घर जाये सुबह मिलेंगे। इस पर समर्थकों ने कहा कि चाचा हम नहीं जाएंगे। शिवपाल कार्यकर्ताओं से अपील कर घर के अन्दर चले गए, लेकिन कार्यकर्ता वहीं डटे रहे।
ज्ञात हो कि शिवपाल यादव सपा सरकार में पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, समाज कल्याण जैसे कई प्रमुख विभागों के मंत्री थे। मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले ही उनसे सारे महत्वपूर्ण विभाग छीन लिए थे। हालांकि सपा मुखिया ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौपीं थी। आज लंबी बातचीत के दौर चलने के बाद उन्होंने त्यागपत्र दे दिया।
उल्लेखनीय है कि मुलायम सिह गुरूवार की सुबह लखनऊ पहुंच गए थे। मुलायम सिंह यादव को लखनऊ में कल संसदीय दल की बैठक में भाग लेना है। फिलहाल इस मुलाकात को लेकर कयासों के दौर जारी रहे।
दिल्ली से लखनऊ रवाना होने से पहले सपा के कुछ नेताओं के साथ भेंट करने के बाद मुलायम सिंह यादव ने मीडिया से बात की थी। दिल्ली में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि शिवपाल सिंह हमेशा खुशमिजाज रहते है। हमने उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाने का यह फैसला रामगोपाल से मिलकर लिया है। शिवपाल सिंह यादव जमीनी नेता है।
मुलायम से मुलाकात के बाद इस्तीफा
फिलहाल गुरुवार को सपा के सूरमाओं और शिवपाल के बीच क्या बात हुई यह तो पता नहीं लेकिन मुलायम की मुलाकात का असर यह हुआ कि करीब साढ़े सात बजे शिवपाल यादव खुद मुख्यमंत्री से मिलने उनके घर चले गए। अक्सर पहले भी मनमुटाव रहते हुए कभी अखिलेश शिवपाल के घर गए तो कभी शिवपाल अखिलेश के घर।
इस बार माना जा रहा था कि शिवपाल अपने हठ पर कायम रहेंगे लेकिन उनके मुख्यमंत्री आवास जाने से एक संदेश जरूर निकला कि कुनबे की कलह सुलह में बदलने वाली है। हालांकि रामगोपाल ने कहा था कि वह सुबह छह बजे जाएंगे लेकिन मुलायम के आते ही वह सैफई चले गए।