नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के कहर के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की फिनलैंड यात्रा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने और उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा पत्र लिखकर उन्हें तत्काल वापस बुलाने के बाद से ही दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच एक बार फिर से जंग छिड़ गई है।
दरअसल दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन और पर्यटनमंत्री कपिल मिश्रा मनीष सिसोदिया के फिनलैंड दौरे संबंधित पक्ष रखने के लिए शिकायती पत्र लेकर बिना समय लिए उपराज्यपाल से मिलने राजनिवास पहुंचे।
मुलाकात न होने पर दोनों मंत्रियों ने आरोप लगाया कि राजपाल अवकाश पर हैं इसलिए उनसे मुलाकात नहीं की। वहीं उपराज्यपाल ने इसे मीडिया स्टंट करार दिया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि उपराज्यपाल को फिनलैंड में मनीष सिसोदिया को पत्र भेजने की बजाय स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते मुझे बुलाना चाहिए था।
वहीं कपिल मिश्रा ने इस विवाद को और हवा देते हुए उपाराज्यपाल को एक आरोप भरा पत्र लिखकर कहा कि बड़ा अच्छा होता कि आप मुझे या सत्येंद्र जैन जी को बुलाकर आपके मन की चिंताओं पर चर्चा कर लेते।
वहीं इस मामले पर उपराज्यपाल ने प्रतिक्रिया दी है कि दिल्ली सरकार के मंत्री दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के कहर के बीच लोगों की मदद करने की बजाय राजनीति करने से परहेज नहीं कर रहें है।
उपराज्यपाल सचिवालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने उनसे मिलने का कोई समय नहीं लिया है न ही उन्हें कोई पत्र सौंपा है। यह सारी जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चला।
दूसरी ओर उपराज्यपाल के नाम लिखे खुले पत्र में मिश्रा ने कहा कि हमें बुलाकर बात करने की जगह वहां फ़िनलैंड में मनीष जी को फैक्स भेजने का रहस्य क्या है सर? सत्येंद्र जैन जी और मैं, हम दोनों लगातार प्रयास कर रहे है, बड़ा अच्छा लगेगा अगर आप भी साथ चले। कुछ अस्पतालों का दौरा करें। कहीं साथ मिलकर फोगिंग करें।
उन्होंने कहा कि कल मनीष जी को फैक्स भेजने से लगभग दो दिन पहले तक आप अमरीका में छुट्टियां मना रहे थे। काफी लंबे दिनों की छुट्टियों पर चले थे इस बार आप। अमरीका में कहां गए थे, कैसी छुट्टियां मनाई वहां कि कोई फोटो किसी टीवी चैनल के माध्यम से देखने को नहीं मिल पाई।
इसके साथ ही कपिल मिश्रा ने उपराज्यपाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि मेरे मन में एक सवाल है, शहर में चिकनगुनिया और डेंगू फैला हुआ था पर आपने अपनी छुट्टियां बीच में नहीं ख़तम की। कोई खोज खबर भी नहीं ली वहां से। एक और आप अपनी छुट्टी का एक घण्टा भी कम नहीं करके वापस आए। और दूसरी और आने के 24 घंटे में मनीष जी को काम तक छोड़कर वापस आने का फैक्स? कुछ समझ नहीं आया सर।
वहीं मनीष सिसोदिया ने अपने फिनलैंड दौरे पर उठ रहे सवालों के जवाब में भड़कते हुए कहा कि क्या आइसक्रीम खाना ‘पाप’ है। उन्होंने कहा कि मैं फिनलैंड के दौरे पर यहां के एजुकेशन सिस्टम को समझने के लिए आया हूं।
रिपोर्टर के सवाल पर भड़कते हुए सिसोदिया ने कहा कि क्या ‘मोदी स्कूल ऑफ जर्नलिज्म’ में आइसक्रीम खाने को गुनाह बताया गया है। क्या फिनलैंड के दौरे पर आना गुनाह है। खबर है कि सिसोदिया रविवार को फिनलैंड से लौट रहे हैं।