नई दिल्ली। एमसीडी की लापरवाही ने एक बच्ची की जान ले ली। पार्क में लगे झूले से गिरकर एक पांच साल की बच्ची की मौत हो गई । हादसा मोतीनगर इलाके में हुआ। बच्ची के परिजनों का आरोप है कि झूले की हालत पहले से ही बहुत खराब थी, लेकिन एमसीडी ने उसकी मरम्मत तक नहीं कराई। इस खबर से पूरे मोतीनगर इलाके में खामोशी है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची जब झूल रही थी, तभी झूले का ऊपरी हिस्सा उस पर आ गिरा। सिर पर भारी भरकम लोहे की रॉड गिरने की वजह से पांच साल की मासूम जमीन पर गिरकर तड़पने लगी । लोगों ने उसको फौरन अस्पताल भेजा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी ।
अब बच्ची की मां रानी को ये तक समझ नहीं आ रहा है कि वो अपनी फरियाद लेकर कहां जाए? रानी अब उस पल को कोस रही है, जब उसने अपनी बच्ची को पार्क में खेलने भेजा था। इलाके के लोगों के मुताबिक, झूले की खराब हालत को लेकर एमसीडी से शिकायत भी की गई थी । लेकिन किसी ने नहीं सुनी । उधर, इलाके में एक बच्ची की मौत की खबर मिलने के बाद पार्षद सुरेन्द्र कौर संटी भी मौके पर पहुंचीं । लेकिन, एमसीडी की लापरवाही मानने या अफसोस जताने की जगह पार्षद साहिबा सफाई देने लगीं ।
संयोग की बात है कि जिस बच्ची की मौत हुई, उसकी मां पार्षद के घर में नौकरी करती है । लेकिन पार्षद, सुरेंद्र कौर एमसीडी की गलती छिपाने के लिए उल-जुलूल बयान देती रहीं। अपनी गलती छिपाने के लिए बच्ची की मौत के गम में शरीक होने वाली पार्षद साहिबा तो मुकुराने तक लगीं। पुलिस ने बच्ची की शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवारवालों को सौंप दिया है।
झूला टूटने से मौत मामले में 5 निगम अधिकारी निलम्बित
पार्क में झूला टूटने के कारण बच्ची की मौत मामले में पांच अधिकारियों को निलम्बित कर दिया गया है। साथ ही घटना की जांच के आदेश दे दिये गए हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने ए-ब्लॉक न्यू मोती नगर, करोलबाग क्षेत्र के पार्क में झूले के टूटने के कारण 5 साल की बच्ची की मृत्यु वाली घटना की जांच के आदेश दिये हैं। गुप्ता ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच के लिए उद्यान विभाग के उप निदेशक, सहायक निदेशक, अनुभाग अधिकारी, चैधरी व माली को तुरन्त प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निगमायुक्त ने सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्षेत्र में सभी पार्कों व स्कूलों में खेलने के उपकरणों व झूलों की जांच तुरंत की जाये। उन्होंने सभी रिहायशी कल्याणकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी अपील की है कि यदि उनके क्षेत्र में कहीं भी खेलने के उपकरणों व झूलें इत्यादि यदि खराब अवस्था में हैं तो वे भी उसकी सूचना तुरन्त स्थानीय निकाय को दे सकते हैं।