जयपुर। प्रदेश की वसुन्धरा राजे सरकार की पहली वर्षगांठ पर शनिवार को दो अलग अलग रंग दिखाई देंगे। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जहां जयपुर में एकत्रित होकर जश्न मनाएंगे, वहीं पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता धरना देकर सरकारी जश्न के प्रति आक्रोश प्रकट करेंगे।
पिछले वर्ष 13 दिसम्बर को वसुन्धरा ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। सरकार के कार्यकाल का एक साल पूरा होने के उपलक्ष में भाजपा ने जयपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया है। इसमें भाग लेने के लिए प्रदेशभर से करीब दो लाख कार्यकर्ता जयपुर पहुंचेंगे।
दूसरी ओर कांग्रेस वसुन्धरा सरकार के एक साल के कार्यकाल को विफल बताते हुए शनिवार को जिलों में धरना देकर आक्रोश प्रकट करेगी। कांग्रेस सरकार का एक साल पूरा होने के मौके पर सरकारी स्तर पर मनाए जाने वाले जश्न का विरोध कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। पायलट ने कहा कि सरकार ने यदि विगत् एक वर्ष में कुछ भी लोकहित में किया होता तो जनता स्वयं सरकार को यश देने के लिए सरकार की वर्षगाँठ को समारोहपूर्वक मनाती। उन्होंने पिछले एक साल में भाजपा के शासन के दौरान बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, महिला शोषण, महँगाई आदि से त्रस्त होने के कारण समाज के प्रत्येक तबके में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणा पत्र के सभी वादे सत्ता हासिल करने का जरिया थे। एक साल में प्रदेश में गम्भीर श्रेणी के अपराधों में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। महिलाओं के साथ हुए बलात्कार व उन्हें निर्वस्त्र कर घुमाये जाने की घटनाओं ने पूरे प्रदेश की जनता को शर्मसार कर दिया है। अपहरण, डकैती, लूट, हत्या तथा चोरी के रिकॉर्ड में वृद्धि प्रदेश की राजधानी सहित सभी क्षेत्रों में दर्ज की गई है। हाल ही में पाली में हुई गोलीबारी की घटना ने प्रदेश की चैपट कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 17 हजार स्कूलों को समानीकरण के नाम पर बन्द कर दिया है, जो शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुला उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए इस बात का अंकेक्षण करके पता लगाने का काम करेगी कि इस अव्यवहारिक निर्णय के कारण कितने बच्चों को पूरे प्रदेश में शिक्षा से वंचित किया गया है। इस क्रम में सबसे पहले जयपुर देहात के स्कूलों का सर्वे करवाया जायेगा। भाजपा ने 15 लाख नौकरियां देने का वादा किया था परन्तु वादा खिलाफी करते हुए विद्यार्थी मित्रों, कम्प्यूटर शिक्षकों, मदरसा पैरा टीचर्स, विशेष शिक्षकों, जलदाय विभागों के इंजीनियरों सहित सभी संविदाकर्मियों को कार्यमुक्त कर दिया है। गरीबों, निरूशक्तजनों के कल्याण हेतु जारी सभी प्रावधानों में कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पेट्रो पदार्थो की कीमतें कम होने के बावजूद रोघ्वेज व लो-फ्लोर बसों के किरायों में अभूतपूर्व वृद्धि की है। राशन की चीनी के दामों को बघया गया है। बजरी के दामों में बेतहाशा वृद्धि की गई है। रोघ्वेज में महिलाओं को मिलने वाली 30 प्रतिशत छूट को राज्य तक सीमित कर दिया गया है। डीएलसी दरों को दुगुना करने के साथ ही दोहरी स्टाम्प ड्यूटी अदा करने का फैसला नागरिकों का आर्थिक शोषण है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सघ्क योजना में मात्र 490 सघ्कें ही पूर्ण हो पायी है, जबकि स्वीकृत 2623 थी। पेयजल के क्षेत्र में 25 हजार 976 करोघ् रुपये की स्वीकृत योजनाओं में से मात्र 1322 करोघ् रुपये खर्च हुए है। राजधानी में प्रदूषित पानी के कारण पीलिया से हुई मौत ने प्रदेश की प्रशासनिक व चिकित्सा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। निवेश का वादा करके शासन में आने वाली भाजपा सरकार ने एक वर्ष की उपलब्धि के नाम पर मात्र 4455 करोघ् रुपये के एम.ओ.यू. किये है जो गिरते औद्योगिक निवेश को इंगित करते हैं क्योंकि कांग्रेस ने अपने पाँच वर्ष के शासन के दौरान 54 हजार करोघ् रुपये का निवेश करवाया था।
पायलट ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने निरूशुल्क दवा एवं जाँच के बेमिसाल प्रावधान किये थे, जिन्हें सीमित कर भाजपा सरकार ने जनता के प्रति अपनी गैर-जिम्मेदारी एवं गम्भीर असंवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टेट समाप्त करने का वादा किया था परन्तु उसके स्थान पर बिना दिशा-निर्देशों के रीट लागू कर दिया और अब केबिनेट सब-कमेटी वाह-वाही लूटने के लिए पूर्ववर्ती सरकार के 60 प्रतिशत अंकों से पास टेट अभ्यर्थियों को नौकरी देने के फैसले को अपना बताने का काम कर रही है।