लखनऊ। टिकट बंटवारे को लेकर बसपा में बगावत जारी है। गुरुवार को विधायक अयोध्या प्रसाद पाल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पाल मायावती सरकार में मंत्री भी थे। इस बार बसपा सुप्रीमो ने उनका टिकट काट दिया था। इसलिए वह नाराज थे।
बसपा से इस्तीफा देने के बाद अयोध्या पाल ने पत्रकारों से कहा कि नसीमुदीन सिद्दीकी और इन्द्रजीत सरोज ने पार्टी सुप्रीमो मायावती को मेरे खिलाफ भड़काया। इसीलिए मेरा टिकट कटा। बताया जाता है कि पाल का टिकट रविवार को ही काटा गया था।
अयोध्या प्रसाद लगातार चार बार से विधायक है। साल 2012 में फतेहपुर जिले के अयाहशाह विधानसभा क्षेत्र वह चुनाव जीते थे। बसपा छोड़ने के बाद अयोध्या पाल किस दल में जाएंगे इसका खुलासा फिलहाल उन्होंने नहीं किया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से बसपा के नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। अब तक कई वर्तमान और पूर्व विधायक बसपा छोड़ भाजपा समेत अन्य दलों में जा चुके हैं।
बसपा को उस समय करारा झटका लगा था जब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बगावत की थी। कुछ समय बाद वह भाजपा में शामिल हो गए।
मौर्य ने बुधवार को राजधानी के रमाबाई मैदान में एक बड़ी रैली भी आयोजित की थी। उसमें भी बसपा के दो विधायक और मायावती के खास सुरक्षा अधिकारी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।