पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुप्रीमकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू के पाकिस्तान को कश्मीर के साथ बिहार देने के बयान पर जोरदार प्रहार किया है। कुमार ने कहा कि उनके बयान से ऐसा लगता है कि वह बिहार के ‘माई-बाप’ हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को यहां सरकार के सात निश्चयों में दो निश्चय ‘हर घर नल का जल’ तथा ‘शौचालय का निर्माण, घर का सम्मान’ योजना के शुभारंभ के दौरान अपने संबोधन में काटजू का नाम लिए बगैर कहा कि इन दिनों कुछ लोगों को छपास का रोग पकड़ लिया है और इसके लिए उनके पास एक सरल रास्ता है बिहार के बारे में उल्टे-सीधे बयान देना।
ऐसे ही एक महाशय है जिन्होंने कह दिया कि पाकिस्तान को कश्मीर दे दिया जाए लेकिन शर्त यह है कि उसे बिहार भी लेना होगा। जस्टिस काटजू के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा इतिहास गौरवशाली है। यह वही पाटलिपुत्र है, जहां से इतने बड़े क्षेत्र पर शासन चलाया जाता था, जितना बड़ा आज देश का क्षेत्रफल नहीं है।
जानें अपना बुधवार का राशिफल और शुभ संयोग
भगवान बुद्ध को इसी धरती पर ज्ञान प्राप्त हुआ था। चन्द्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, चाणक्य इसी धरती के थे। आर्यभट्ट भी इसी धरती के थे, जिन्होंने दुनिया को शून्य दिया।
सीएम ने कहा कि कुछ लोगों को बैठे-बैठे बिहार का माई-बाप बनने की आदत है क्योंकि आजकल बिहार पर लोगों की ज्यादा नजरे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हो सकता है कुछ लोगों को बिहार में शाम गुजारने की कठिनाई वाली बात सता रही हो तो ऐसे लोगों के लिए मैं बस एक ही बात कहना चाहूंगा ‘आई कैन नॉट हेल्प देम।`
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे बिहार के हर इंसान के सम्मान की फिक्र है। सात निश्चय के कार्यान्वयन के बाद गांव हो या शहर, लोग जरूर स्मार्ट हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि काफी अध्ययन के बाद इन योजनाओं को लागू किया जा रहा है। हम खुले मन से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इन निश्चय के क्रियान्वयन से बिहार के ग्यारह करोड़ लोगों के मन में आनंद एवं खुशी होगी।
https://www.sabguru.com/markandeya-katju-offers-kashmir-bihar-package-deal-pakistan-just-gets-slammed-online/