सबगुरु न्यूज-सिरोही। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के आदेश संभवतः सिरोही में हर नेता ने अलग-अलग सुनी और शायद यही कारण रहा हो कि सिरोही जिला मुख्यालय पर एक ही तरह के कार्यक्रम के लिए दो-दो कांग्रेस या यूं कहें की कांग्रेस ने दो-दो ज्ञापन सौंपे। एक ज्ञापन कांग्रेस के जिले में कद्दावर नेता माने जाने वाले संयम लोढा ने तो दूसरा ज्ञापन जिले में कांग्रेस के कद्दावर पदों पर आसीन कांग्रेस जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने। जिले के राजनीतिक हलकों में इसे प्रो संयम लोढा कांग्रेस और एंटी संयम लोढा कांग्रेस के नाम से भी जाना जा रहा है।
प्रो संयम लोढ़ा कांग्रेस के पदाधिकारियों और लोगों को लेकर पूर्व विधायक संयम लोढा ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संयम लोढा ने कहा कि राज्य की वसुंधरा सरकार ने अपने तीन वर्ष के शासन में दो बार बिजली दरों में बेतहशा की, वृद्धि से आम आदमी की कमर टूट गई है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा ने सुराज संकल्प यात्रा के दौरान प्रदेश की जनता को 24 घंटे घरेलू बिजली तथा 10 से 12 घंटे कृषि बिजली देने का वायदा किया था, सत्ता मिली तो वह उसे भूल गईं।
उन्होंने दावा किया कांग्रेस के लोग अपना वायदा पूरे करने के लिए जनता को साथ लेकर कार्य करेंगे। पूर्व विधायक ने कहा कि बिजली, पानी की दरों में बढ़ोतरी कर जनता के साथ धोखा किया है। अच्छी बारिश से किसानों के कुंओं में जल स्तर सुधरा है, लेकिन कृषि बिजली आपूर्ति में कटौती कर किसानों को बर्बाद करने पर सरकार तुली हुई है।
लोढ़ा ने कहा कि राज्य सरकार की ही तरह केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार न पेट्रोल डीजल पर एक्साईज ड्यूटी में बढ़ोतरी, रेल के माल व यात्री भाड़े में वृद्धि कर लोगों के जेब पर डाका डाला है। लोगों से पैसे लेकर सरकार का खजाना भरने में लगी हुई है। बिजली के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर आयोजित विधानसभा के सिरोही व शिवगंज ब्लाॅक के धरना प्रदर्शन के दौरान वसुंधरा, भाजपा व नरेन्द्र मोदी की सरकार के विरुद्ध कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए बिजली, पानी, रोडवेज, सेस इत्यादि बढ़ोतरी का विरोध किया। प्रदर्शन के दौरान शिवगंज प्रधान जीवाराम आर्य, प्रदेश कांग्रेस सदस्य हिम्मत भाई सुथार, सिरोही ब्लाॅक कांग्रेस उपाध्यक्ष खीमसिंह परमार, कुलदीप रावल, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमलता शर्मा, पूर्व उपप्रधान सिरोही मोतीसिंह देवड़ा, वेलांगरी सरपंच प्रदीप मेघवाल, पूर्व पार्षद वागाराम जटिया, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सवाराम घांची, पंचायत समिति सदस्य पूरण कुंवर, शिवगंज नगर कांग्रेस महिला अध्यक्ष जुली जैन, मोहब्बत नगर के कृष्ण कुमार पुरोहित, नाटीसिंह कालंद्री, जसवंतसिंह जावाल, शिवगंज उप प्रधान मोटाराम देवासी, शैतानसिंह इत्यादि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
धरने में जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष जोगाराम मेघवाल, महामंत्री छगनलाल गेहलोत, सचिव मुख्तियार खान, युवक कांग्रेस विधान सभा अध्यक्ष मुज्जफर बैग, नगर परिषद सिरोही में नेता प्रतिपक्ष ईश्वरसिंह डाबी, शिवगंज के अब्बास अली, शिवगंज नगर कांग्रेस अध्यक्ष वजिंगराम घांची, शिवगंज ब्लाॅक कांग्रेस उपाध्यक्ष कांतिलाल हीरागर, रताराम रेबारी, पंचायत समिति सदस्य सकाराम मेघवाल, मंगल कुमार मीणा, युवा कांग्रेस विधानसभा महासचिव नाथूलाल देवासी, पार्षद जितेन्द्र सिंघी, मारूफ हुसैन, गोपी मेघवाल, नैनाराम माली, मनुभाई मेवाड़ा, पिंकी रावल, सीतादेवी, उपभोक्ता भंडार चैयरमेन जितेन्द्र ऐरन, नगर महामंत्री विनोद देवड़ा, युवा कांगे्रस सचिव महिपाल सिंह, एनएसयूआई नेता राजेन्द्रसिंह जाखोडा, पूर्व शिवगंज नगर कांग्रेस अध्यक्ष पुखराज परिहार, शिवगंज नगर पालिका पार्षद प्रकाशराज मीणा, महेन्द्र वाघेला, अल्पेश माली, भंवरलाल सरगरा, रणछोड़ सेन, सरपंच जब्बरसिंह मनादर, डुंगाराम खाम्बल, पूर्व पंचायत समिति सदस्य नवाराम रेबारी, थावराराम गरासिया, प्रवीण रावल, तलसाराम भील, तेजाराम मेघवाल जावाल, देवाराम मेघवाल जामोतरा, ईश्वर पुरोहित तंवरी, इंद्ररसिंह बालदा, हडवंतसिंह देवड़ा रामपुरा सहित कई पार्टी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके बाद नारेबाजी करते हुए सब कलक्टर कार्यालय पहुंचे, कलक्टर की अनुपस्थिति में सिरोही उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
-एंटी संयम लोढा कांग्रेस ने भी सौंपा ज्ञापन
इधर, प्रो संमय लोढा कांग्रेस के बाद एंटी संयम लोढा कांग्रेस ने भी सचिन पायलट के निर्देशों की पालना की। इसमें शामिल प्रदेश कांग्रेस सचिव गुमानसिंह देवडा, जिला परिषद सदस्य पुखराज गहलोत, सिरोही ब्लाॅक अध्यक्ष मोहनलाल सीरवी, सिरोही नगर परिषद की पूर्व सभापति जयश्री राठौड के साथ गलबाराम गोयल, नरेन्द्रसिंह, सिद्धार्थ गहलोत, विक्रमसिंह, पूरणसिंह, कालूराम माली, मिश्रीलाल, प्रतापसिंह, अम्बालाल पुरोहित, जगदीश माली, सवाराम मेघवाल, किशोरसिंह, अर्जुनसिंह, पीराराम देवासी, भरत राणा, भंवरसिंह देवडा, अर्जुनराम, एकाराम मेघवाल, गुगाराम भील, रणमलसिंह, दलपतसिंह आदि ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बताया कि सरकार की ओर से गत फरवरी में ही विद्युत दरों में 17 से 24 प्रतिशत की वृद्धि हर श्रेणी में की गई थी।
महंगाई के इस दौरान सरकार ने फिर से विद्युत दरों में 9.6 प्रतिशत की वृद्धि की है जो जनता की कमर तोडऩे के बराबर है। इससे घरेलु उपभोक्ताओं पर 11 से 12 प्रतिशत तथा कृषि उपभोक्ताओं पर 5 प्रतिशत भार पड़ेगा। भाजपा सरकार ने विद्युत चोरी और छीजत रोकने की बजाय यह जन विरोधी कदम उठाया है। इस जनविरोध निर्णय को वापस नहीं लेने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है।