सबगुरु न्यूज-सिरोही। मौके को भुनाना शायद इसी को कहते हैं और अपने इसी अंदाज की पुनरावृत्ति बुधवार को पूर्व विधायक संयम लोढा करते नजर आए। मौका भले ही बिजली की दर बढने पर विरोध प्रदर्शन करने का रहा हो, लेकिन लोढा ने इसी मंच से अपनी पुलिस विभाग के लिए भावी रणनीति का भी खुलासा कर दिया। मुद्दे स्थानीय थे तो लाजिमी है कि लोगों का इनके प्रति रुझान भी होगा।
पूर्व विधायक संयम लोढा ने इसी मंच से जोधपुर रेंज के आईजी हवासिंह घुमरिया से मुखातिब होते हुए कहा कि माउंटआबू ब्लेकमेलिंग प्रकरण में उनकी पहल तो सराहनीय है, लेकिन वे जनता को पूरा सत्य बताए। पुलिस के मुताबिक पुलिस इंस्पेक्टर रामचंद्रसिंह ने कथित रूप से 13 लाख रुपए लिए, लेकिन मामले को रफा दफा करने में जोधपुर व सिरोही में कार्यरत बड़े पुलिस अधिकारियों ने कितना कितना हिस्सा बांटा यह भी बताए।
उन्होंने कहा कि गत इतने महीनों से जन-जन को पूरे तथ्यों की जानकारी थी इसके बावजूद मामले में पर्दा पड़ा रहा तो यह समझा जा सकता है कि जोधपुर व सिरोही में बैठे पुलिस के उच्चाधिकारी अपराधियों के साथ हाथों में हाथ थे। लोढ़ा ने कहा कि मामले में पुलिस ने पूरे सत्य का खुलासा नहीं किया तो छीपे हुए तथ्यों को कांग्रेस पार्टी सामने लाएगी।
सिरोही व शिवगंज ब्लाॅक कांग्रेस की ओर से आयोजित धरना प्रदर्शन में उपस्थित विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान को लेकर सिरोही पुलिस गंभीर नहीं है। सिरोही पुलिस को न कानून की परवाह है और नहीं सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों की। लोढ़ा ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज के अपमान से संबंधित सारे साक्ष्य पुलिस को उपलब्ध करवा दिए गए है, बयान भी हो गए है, लेकिन अभी तक एफ0आई0आर0 दर्ज नहीं कर रही है।
लोढा ने आरोप लगाया कि इससे पुलिस यह प्रदर्शित कर रही है कि वह कानून के शासन को कायम रखने के लिए काम करने की बजाय सत्ता की चैखट पर दुम हिलाने का काम कर रही है। उन्हें यह नहीं भुलना चाहिए कि तनखव्हा जनता के गाढ़े पसीने की कमाई से भरे टैक्स से अदा की जा रही है। सात दिन के भीतर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के मामले में अगर एफ0आई0आर0 दर्ज नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी पुलिस अधीक्षक का घेराव करेगी।
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