वापी। सोमवार को ट्रेन से उतरा एक साधु स्टेशन के बाहर ठगी का शिकार हो गया। ठगों ने आठ हजार रुपए की नकदी सहित सोने की छोटी बांसुरी व अन्य सामान उड़ा लिया। घटना के बाद टाउन थाने पहुंचे साधु ने इसके लिए एक रिक्शा चालक को दोषी बताया।
जानकारी के मुताबिक बाबा लक्ष्मणदास नामक यह इस साधु ने बताया कि वह सोमनाथ से वापस लौट रहा है। ट्रेन के वापी रुकने पर वह यहां अपने कुछ भक्तों से मिलने के उद्देश्य से उतर गया। स्टेशन से वह गीतानगर की तरफ आया और अंबा माता मंदिर जाने के लिए रिक्शा तय किया।
उसके अनुसार 30 रुपए में बात तय कर वह अपने दो बैग रिक्शा में रखकर उसमें चढऩे जा रहा था। उसी दौरान एक शख्स ने कहा कि बाबा पीछे किसी ने मैला फेंक दिया है। साधु यह देखकर बैग को रिक्शा में ही छोड़कर गंदगी को साफ करने लगा।
आरोप है कि इस दौरान रिक्शा चालक ने साधु का एक बैग नीचे रख दिया और कहा कि उसे दूसरी सवारी मिल गई है। जब साधु ने दूसरे बैग के बारे में पूछा तो रिक्शा चालक
ने बताया कि उसे नहीं मालूम और वहां से रिक्शा लेकर चला गया।
साधु के अनुसार दूसरे बैग में उसके आठ हजार रुपए, एक भक्त द्वारा दी गई छोटी सी सोने की बांसुरी, हांथी दात का कड़ा और कई फोटो एवं भगवान की मूर्ति थी।
इसकी शिकायत लेकर साधु पहले गीतानगर चौकी गया मगर वहां उसे सही जबाव नहीं मिलने पर टाउन पुलिस पहुंचा। जहां शिकायत सुनने के बाद एक पुलिसकर्मी
उसके साथ घटना स्थल पर भी आया।
साधु के अनुसार जिस रिक्शा में उसने बैग रखा तो उसका आखिरी का नंबर 1574 था। हालांकि देर शाम तक टाउन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था मगर शिकायत लेकर जांच शुरु करने की बात कही।