ग्वालियर। राजनीति में चाटुकारिता कोई नई बात नहीं है। ऐसे मौके अक्सर आते हैं जब अति उत्साही कार्यकर्ता अपने नेता की प्रशंसा में चाटुकारिता की हद पार कर जाते हैं।
मध्यप्रदेश में इन दिनों कांग्रेस की बढ़ती गुटबाजी चर्चा का विषय बनी हुई है। इसी बीच कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का भिंड मे लगा एक पोस्टर भी चर्चा का विषय बन गया है। इस पोस्टर में सिंधिया के समर्थकों ने उन्हें ‘कृष्ण’ के रुप में दिखाया है।
बकायदा सुदर्शन चक्र धारण किए ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा प्रदेश के मुखिया शिवराज सिह और उनकी मंडली का नाश करने का दावा भी किया गया है।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को भिंड में जनआक्रोश रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया। इस रैली में शामिल होने के लिए सिंधिया सड़क मार्ग से ग्वालियर से भिंड पहुंचे।
करीब 75 किलोमीटर लंबे रास्ते को होर्डिंग और पोस्टरों से पाट दिया था। ऐसे ही पोस्टरों में सिंधिया को कृष्ण का अवतार बताया गया। इन पोस्टरों में सिंधिया हाथ में सुदर्शन चक्र लिए हुए हैं।
सर्व ब्राह्मण सभा के संरक्षक नरेन्द्र चौधरी द्वारा लगवाये गए इस बैनर में प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी सीधा हमला बोलते हुए उन्हें ‘कंस’ मामा जैसे प्रदेश के मुखिया मामा की संज्ञा दी गई है।
हालांकि कांग्रेस की अंदरुनी गुटबाजी की स्थिति ये है कि पार्टी के वरिष्ठ विधायक और सिंधिया के धुर विरोधी समझे जाने वाले गोविंद सिंह ने भिंड मे गुरूवार को आयोजित आक्रोश रैली से दूरी बना ली है और वे तीर्थ चले गए है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि गोविंद की नाराजगी के चलते सिंधिया कृष्ण कैसे बन सकेंगे।