नई दिल्ली। भारत ने मुंंबई आतंकवादी हमले के मुख्य आरोपी जदीउर रहमान लखवी को जमानत पर रिहा किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान से इस फैसले को पलटने के कदम उठाने को कहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषत व्यक्ति को जमानत पर रिहा किया जाना हमें स्वीकार नहीं है। हमारा पाकिस्तान से आग्रह है कि वह इस फैसले को पलटे। उन्होंने कहा कि लखवी को जमानत मिलने से आतंकवादियों को घृणित अपराध करने का बढ़ावा मिलेेगा।
अकबरूद्दीन ने कहा कि मुंंबई आतंकवादी हमले से जुडे ज्यादातर सबूत पाकिस्तान में है। हमारे पास जो सबूत थे। उन्हें हम पाकिस्तान को उपलब्ध करा चुके हैं। अकबरूद्दीन ने कहा कि हम मुम्बई आतंकवादी हमले के प्रमुख सूत्रधारों में से एक तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा घोषित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी लश्करे तैयबा के मुख्य आपरेशन कमांडर जकीउर रहमान लखवी को जमानत पर रिहा किया जाना स्वीकार नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में यह कदम ऎसे समय उठाया गया है जब दो दिन पहले ही पेशावर के एक स्कूल में सर्वाधिक वीभत्स हमले का सामना करना पड़ा है जिसमें सौ से अधिक बच्चों को प्रतिशोध के नाम पर नृशंसता पूर्वक कत्ल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि लखवी को जमानत ऎसे जघान्यतम अपराध को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को अभयदान साबित होगी।
प्रवक्ता ने कहा कि हम पाकिस्तान की सरकार का आह्वान करते हैं कि वह अदालत के इस निर्णय को पलटने के लिए तत्काल कदम उठाए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर पक्षपात पूर्ण रवैया नहीं अपनाया जा सकता है। पाकिस्तान ने हाल के दिनों में जो त्रासदी झेली है उसकी विभीषिका को देखते हुए, उसे खुद यह महसूस करना चाहिए कि आतंकवादियों से कभी कोई समझौता नहीं किया जा सकता।