नई दिल्ली। जेएनयू से लापता छात्र नजीब अहमद को लेकर हो रहे हंगामे के बीच वीसी एम. जगदीश कुमार ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें 21 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया।
छात्रों के खिलाफ कडा कदम उठाते हुए वीसीने कहा कि अभी तक पुलिस को नहीं बुलवाया गया है अगर उन्हें काम करने से रोका गया तो पुलिस को बुलाने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं बचेगा।
वीसी जगदीश कुमार ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि छात्र के लापता होने पर वह चिंतित हैं, और उसकी तलाश की जा रही है।
इस मामले में उन्हें 21 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया। वह पुलिस से निरंतर संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि दोपहर ढाई बजे विश्वविद्यालय में बैठक रखी गई है।
उन्होंने कहा कि छात्रों को लगता है कि नजीब को ढूंढने के लिए प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे लोग नजीब के परिजनों से दो बार मुलाकात भी कर चुके हैं। इधर, इस प्रकरण में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार वर्मा से भी बात की है।
इस बीच आइसा का यूनिवर्सिटी के गेट पर प्रदर्शन जारी है। संगठन ने इस बात का खंडन किया कि उन्होंने युनिवर्सिटी प्रशासन का घेराव कर रखा है। आईसा लेफ्ट फ्रंट से जुडा माना जाता है, लेकिन इसी मुद्दे पर दो दिन पहले एबीवीपी ने भी प्रदर्शन किया था।
दोनों ही संगठन इस मुद्दे पर अपने अपने तरीके से एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। लेफ्ट से जुडे एक्टिविस्टों को यह आरोप भी है कि मेस कमेटी के चुनाव के लिए डोर-टू-डोर केम्पेन के दौरान एबीवीपी छात्रों से हुई झडप के दूसरे दिन से नजीब लापता है। इस मामले में एफआईआर सोमवार को दर्ज करवाई गई थी।