जोधपुर। जयपुर-जोधपुर सडक़ मार्ग पर खारिया मीठापुर के निकट बुधवार देर रात तीन करोड़ का सोना लूट प्रकरण का अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
पुलिस ने पिछले 30 घंटों में कई संदिग्धों से पूछताछ की, मगर अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है। इसके लिए जोधपुर जिला की 8 पुलिस टीमें लगी हुई है।
संभवत: लुटेरे जोधपुर के आस पास के होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस लूट के शिकार बने तीनों लोगों से अलग अलग पूछताछ कर रही है। इनके बयान पर ध्यान दिया जा रहा है।
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार महावर ने बताया कि टीमें अपना काम कर रही है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ करने के साथ लूट के शिकार बने लोगों से पड़ताल जारी है।
सोना काफी गुप्त था, इसके बावजूद निकाल कर ले गए, इसे बारे में गहनता से पड़ताल की जा रह है। उन्होंने शीघ्र ही मामले का खुलासा होने की संभावना भी जताई है।
सनद रहे कि जोधपुर के घोड़ा का चौक में सोने का थोक व्यवसाय करने वाले हिमांशु बुलियन फर्म के लिए जयपुर से हमेशा सोना लाया जाता है।
गुरुवार शाम को इस फर्म के तीन कर्मचारी बाबूसिंह, महेन्द्र सिंह व मुरली सिंह जयपुर से तीन करोड़ रुपए मूल्य का दस किलोग्राम सोना लेकर एक इनोवा कार में जोधपुर के लिए रवाना हुए।
बुधवार की रात करीब पौने बारह बजे खारिया मीठापुर के निकट उनकी कार को तीन वाहनों में सवार होकर आए करीब एक दर्जन लोगों ने घेर लिया।
हथियारबंद लुटेरों ने नीचे उतरते ही इनोवा में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। इससे घबरा कर बाबूसिंह व महेन्द्र सिंह कार छोड़ अंधेरे में भाग खड़े हुए।
वहीं लुटेरे कार चला रहे मुरलीसिंह का अपहरण कर उसे अपने साथ ले गए। कार में जीपीएस लगा होने के कारण लुटेरे घबरा गए। उन्होंने तिलवासनी गांव के निकट सिलारी रोड पर इनोवा और मुरली को छोड़ दिया।
वे कार में रखा सोना अपने वाहनों में डाल भाग निकले। लूट की वारदात के बाद बाबूसिंह व महेन्द्र ने जोधपुर में अपने मालिक को फोन पर सूचना दी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
तीन करोड़ के सोने की लूट होते ही पुलिस सक्रिय हो गई और पूरे जिले में नाकाबंद कराई गई। देर रात पुलिस को इनोवा कार बरामद हो गई। जिले के आला पुलिस अधिकारी बिलाड़ा पुलिस थाने में डेरा जमाए बैठे है।