जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की आदर्श ग्राम पंचायत योजना तथा विभाग की अन्य योजनाओं के बारे में प्रस्तुतीकरण देखा। राजे ने विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
राजे ने प्रत्येक पंचायत समिति की दो ग्राम पंचायतों में हर शुक्रवार को आयोजित होने वाले पंचायत दिवस को प्रभावी रूप से मनाने के निर्देश दिए ताकि आमजन को पंचायत राज विभाग की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। पंचायत दिवस पर आयोजित शिविर में मुख्य रूप से सम्बन्धित ग्राम पंचायत के रिकाॅर्ड का संधारण, सम्पत्तियों का सत्यापन एवं विभिन्न योजनाओं की स्वीकृतियां मौके पर जारी की जाती है।
बैठक में आदर्श ग्राम पंचायत योजना के लिए आवश्यक दिशा निर्देश तैयार करने पर विस्तृत विचार विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने इस योजना में आधारभूत संरचना के साथ सम्पूर्ण विकास, मानव विकास, आजीविका, सामाजिक समरसता एवं जनोपयोगी सेवाएं गुणवत्ता के साथ संचालित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आदर्श ग्राम पंचायत योजना में विभिन्न योजनाओं के कन्वर्जेंस, सामुदायिक विकास एवं सामाजिक सहभागिता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में बताया गया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा पिछले एक वर्ष में विभिन्न आवास योजनाओं के अन्तर्गत 2.5 लाख आवास का निर्माण करवाया गया। मनरेगा में इस अवधि के दौरान 20 करोड़ मानव दिवस सृजित हुए तथा इस योजना में 1 लाख व्यक्तिगत लाभ के कार्य स्वीकृत किए गए। राज्य में 772 ग्राम पंचायते खुले में शौच से मुक्त हो चुकी हैं। प्रदेश में 29 लाख शौचालय निर्माण की स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं अब तक 6.5 लाख शौचालयों का निर्माण पूर्ण हो गया है।
इस अवसर पर ग्र्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल, मुख्य सचिव सी.एस. राजन, प्रमुख सचिव ग्रामीण विकास श्रीमत पाण्डे, जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव ओ.पी. सैनी, प्रमुख वित्त सचिव पी.एस. मेहरा, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मुकेश शर्मा, प्रमुख सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग डी.बी. गुप्ता, प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सुदर्शन सेठी, प्रमुख सचिव प्रारम्भिक शिक्षा पवन कुमार गोयल, कृषि आयुक्त कुलदीप रांका एवं ग्रामीण विकास सचिव राजीव ठाकुर तथा पंचायती राज सचिव राजेश यादव उपस्थित थे।