नई दिल्ली। आपको याद होगा अफगानिस्तान युद्ध के दौरान नेशनल जियोग्राफिक पत्रिका का वह कवर पेज जिसपर भोली-भाली सूरत वाली शरबत गुला की तस्वीर छपी थी।
उसी शरबत बीबी के पास अफगानिस्तान और पाकिस्तान, दोनों देशों के आई-कार्ड मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
पाकिस्तानी समाचारपत्र डॉन ने संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि शरबत बीबी को बुधवार को पेशावर से गिरफ्तार किया गया।
उसपर पाकिस्तानी दंड संहिता की धारा 419 और 420 और भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
गौरतलब है कि नेशनल जियोग्राफिक के जून 1985 के अंक में तस्वीर छपने के बाद शरबत अफगानिस्तान युद्ध की पोस्टर गर्ल बन गई थी।
उसकी तस्वीर नासिर बाग शरणार्थी शिविर में खींची गई थी और तब वह 12 साल की थी। तब उसकी तस्वीर की तुलना लियोनार्डो दा विंची की मशहूर पेंटिंग ‘मोनालिसा’ से की जाने लगी थी।
समाचारपत्र ने एफआईए के हवाले से कहा है कि जिस अधिकारी ने शरबत को ये आई-कार्ड जारी किए, वह फिलहाल सीमाशुल्क विभाग में उपायुक्त के पद पर हैं और उन्होंने गिरफ्तारी के भय से अग्रिम जमानत ले ली है।
विजिलेंस विभाग ने जांच में शरबत बीबी के कागजात फर्जी पाए और इस वजह से उसके और उसके कथित बेटों के आई-कार्ड रद्द करने का आदेश दिया।
जमा दस्तावेज में शरबत ने दावा किया है कि उसके दो बेटे हैं जबकि अधिकारियों का कहना है कि उसकी दो बेटियां और दो साल का एक बेटा है।
अधिकारियों ने बताया कि जब शरबत के रिश्तेदारों से उसके कथित दो बेटों की तस्वीर दिखाकर पूछताछ की गई तो वे उन्हें नहीं पहचान सके।