रांची। बुधवार को न्यूज़ीलैंड के हाथों मिली हार के बाद भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि फिनिशर का काम सबसे कठिन है और ऐसा मुकम्मिल खिलाड़ी तलाशना कठिन है जो निचले क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी करके टीम को जीत तक ले जाये।
आपको बता दें की धोनी ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘इस तरह के विकेट पर निचले क्रम पर बल्लेबाजी करना सबसे कठिन काम है,ऐसे में स्ट्राइक रोटेट करने और साझेदारी बनाने का भी दबाव होता है। यह आसान नहीं है. आपको हमेशा ऐसा बल्लेबाज नहीं मिलता जो पांचवें, छठे या सातवे नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी कर सके।
इस मैच के बारे में आपको बता दें की अजिंक्य रहाणे(57) और विराट कोहली(45) ने भारत को अच्छी शुरूआत दी लेकिन जीत नहीं दिला सके,एक समय निचले क्रम पर अक्षर पटेल(38) और अमित मिश्रा(14) ने भारत की उम्मीदें जगाई पर मैच जिताने वाली साझेदारी नहीं कर सके।
धोनी ने कहा कि भारत ने पिछले डेढ महीने में ज्यादा वनडे मैच नहीं खेले हैं. बीच में जिम्बाब्वे के साथ खेला था. यह काफी कठिन है. मैने भी उस समय अलग अलग पोजिशन पर बल्लेबाजी की थी. हमारे शीषर्क्रम ने उम्दा बल्लेबाजी की थी लिहाजा सब कुछ अलग था।
मध्यक्रम के अनुभवहीन बल्लेबाजों को लेकर और संयम बरतने का अनुरोध करते हुए धोनी ने कहा,‘‘लक्ष्य का पीछा करते हुए इस तरह के विकेट पर बल्लेबाजी करना कठिन होता है,उन्हें समय देना होगा,वे अपना रास्ता खुद बनायेंगे। इस तरह के अधिक से अधिक मैच खेलने के बाद वे लक्ष्य का पीछा करना सीख जायेंगे।
उन्होंने कहा कि पिच धीमी हो गई थी और दिल्ली की पिच की तरह थी जहां न्यूजीलैंड ने छह विकेट से जीत दर्ज की थी। इसी जीत के साथ दोनों टीमें दो दो मैच जीत कर मुकाबले में बनी हुई हैं,आपको बता दें की अगला मुकाबला शनिवार को विशाखापट्नम में होगा जो इस सीरीज का अंतिम मैच और इस मैच को जीतेगा वो ही इस सीरीज का हक़दार होगा।