नई दिल्ली। टाटा-एयर एशिया को उड़ान की अनुमति दिए जाने के खिलाफ फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है।
फेडरेशन ने आरोप लगाया है कि इसमें फर्जीवाड़ा किया गया है। फेडरेशन की याचिका में कहा गया है कि टाटा-एयर एशिया के समझौते में डीजीसीए यानि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के नियमों का उल्लंघन किया गया है।
याचिका में यह भी कहा गया है कि इस समझौते में एफडीआई के प्रावधानों का भी उल्लंघन किया गया।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस निजी एयरलाइंस कंपनियों का संगठन है जिसमें जेट एयरवेज, गोएयर और स्पाइस जेट शामिल है।
फेडरेशन ने अपनी याचिका में कहा है कि उड़ान के लिए लाइसेंस लेते समय प्रभावी नियंत्रण भारतीय के पास होना चाहिए, लेकिन इस समझौते में विदेशी पक्ष के पास प्रभावी नियंत्रण है।
बता दें कि मलेशिया की विमानन कंपनी एयरएशिया ने टाटा समूह और टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस के पास भारत में क्षेत्रीय उड़ान के लिए एक संयुक्त उपक्रम बनाया है।