कोलकाता। बर्दवान के खागडागढ़ विस्फोट कांड की जांच में जुटी एजेंसियों को इस बात की जानकारी मिली है कि गुलशन नरसंहार में इस्तेमाल रायफल पश्चिम बंगाल के मालदा में बनाई गई थी।
सूत्रों के मुताबिक खागडागढ मामले में गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि गुलशन हमले का ब्लूप्रिंट पाकिस्तान में तैयार किया गया था। वहां से हथियार बनाने वाले विशेषज्ञों को मालदा लाया गया और फिर बिहार के मुंगेर में हथियारों के अवैध उत्पादन से जुड़े अपराधियों को रायफल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
इसके बाद मालदा में रायफल तैयार कर बांग्लादेश भेजी गई। आतंकियों से पूछताछ के बाद एक जांच अधिकारी ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आतंकी पाकिस्तान के किस इलाके से आए थे।
हालांकि वे जिस प्रकार की भाषा बोल रहे थे उससे लगता है कि खैबर पकतून इलाके के रहने वाले थे। जांच एजेंसियां इस जानकारी से चिंतित है कि पाकिस्तान के आतंकी मालदा में आकर हथियार बनाने का प्रशिक्षण देकर सुरक्षित वापस लौट गए।
गौरतलब है कि गुलशन नरसंहार के बाद बांग्लादेश की जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि हमले में इस्तेमाल हथियार बिहार के मुंगेर से लाए गए थे। बाद में बिहार पुलिस ने मामले की जांच के बाद दावा किया था कि हथियार का निर्माण तस्करी पश्चिम बंगाल के मालदा में हुआ था।
उल्लेखनीय है कि एक जुलाई को ढ़ाका के गुलशन रेस्तरां को कब्जे में लेकर आतंकियों ने वहां मौजूद 20 लोगों की हत्या कर दी थी।