चंडीगढ़। भारत-पाक सीमा पर जम्मू-कश्मीर में पाक की गोलीबारी में शहीद हुए 17 सिख रेजीमेंट के जवान मनदीप का अंतिम संस्कार रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
शहीद के अंतिम संस्कार के समय उपस्थित जनसमूह लगातार पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहा था। शहीद के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उपस्थित थे।
शहीद मनदीप का शव रविवार को सुबह लगभग नौ बजे के करीब कुरूक्षेत्र स्थित उनके गांव अंटेहड़ी लाया गया। सेना के जीओसी के नेतृत्व में शहीद का शव कारों के काफिले के साथ उनके आवास पर पहुंचा।
जैसे ही शहीद का शव गांव में पहुंचा वहां पर हजारों की संख्या में उपस्थित जनमानस की आंखों में आंसू आ गए। जनमानस लगातार पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाकर अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहा था।
शहीद के शव को गांव के बाहर स्थित उनकी कोठी पर ले जाया गया। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनकी नवनिर्मित कोठी के बगल में ही स्थित उनके खेत में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। शहीद के शव को मुखाग्नि उनके भाई संदीप कुमार ने दी।
जिस कोठी को लेकर देखे थे सपने उसमें रखा गया शव
शहीद मनदीप ने गांव के बाहर एक कोठी बनवाई थी जिसमें दीपावली बाद मनदीप के घर आने पर गृह प्रवेश होना था। शहीद के मन में अपनी कोठी को लेकर कई प्रकार के सपने थे। शहीद की भावनाओं का सम्मान करते हुए परिजनों ने शहीद के शव को उसी कोठी में रखा। जहां पर उनके परिजनों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए।
अंतिम संस्कार स्थल पर बनाएंगे समाधि
शहीद मनदीप के परिजन उनकी याद में नवनिर्मित कोठी के बगल में जहां पर शहीद का अंतिम संस्कार किया गया है। वहां पर शहीद की समाधि बनाएंगे। शहीद के परिजनों का कहना है कि वह अपने लाडले को अपनी आंखों से ओझल नहीं होने देना चाहते हैं। यह समाधि स्थल गांव वालों के साथ ही अन्य लोगों को भी देश के लिए कुर्बानी देने की प्रेरणा देता रहेगा।
शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल थे हजारों लोग
शहीद मनदीप की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल थे। ऐसा लग रहा था कि पूरा का पूरा कुरूक्षेत्र ही अपने लाडले की अंतिम यात्रा का गवाह बनाना चाहता है। जैसे ही शहीद का शव उनके गांव पहुंचा। वैसे ही शहीद के अंतिम दर्शन के लिए उपस्थित हजारों की भीड़ ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने लगी।
शहीद के अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे ग्रामीणों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों के साथ अपने लाडले को श्रद्धांजलि दी।
रात में ही अम्बाला पहुंच गया था शहीद का शव
शहीद मनदीप का पार्थिव शरीर शनिवार की रात्रि में ही अम्बाला पहुंच गया था। सेना द्वारा हेलीकॉप्टर के जरिए शहीद का शव कुपवाड़ा से अम्बाला लाया गया। रात्रि होने के कारण शहीद के शव को कुरूक्षेत्र उनके पैत्रृक आवास नहीं भेजा गया।
इसके बाद शहीद के शव को अम्बाला स्थित सेना अस्पताल में रखा गया। रविवार की सुबह छह बजे शहीद के शव को सलामी देने के बाद उनके आवास पहुंचाया गया।
गांव में नहीं मनाई जाएगी दीवाली
शहीद मनदीप के गांव अंटेहड़ी में शहीद के सम्मान में गांव वाले दीवाली नहीं मनाएंगे। गांव के सरपंच सुभाष चंद्र ने बताया कि गांव वाले शहीदों के सम्मान व उनकी आत्मा की शांति के लिए हर घर में केवल एक मोमबत्ती जलाई जाएगी।
https://www.sabguru.com/cm-ml-khattar-meets-family-members-martyr-mandeep-singh/
https://www.sabguru.com/mann-ki-baat-dedicate-diwali-jawans-says-pm-modi/
https://www.sabguru.com/4-pakistani-posts-destroyed-massive-indian-fire-assault-across-loc/
दिवाली मनाने सीमा पर तैनात सेना के जवानों के पास पहुंचे पीएम मोदी