नई दिल्ली। देशवासियों को दीपावली का शानदार तोहफा देते हुए भारतीय हॉकी टीम ने एशियन हॉकी चैम्पियंस ट्राफी के खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को 3-2 से हराकर दूसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया।
मैच के शुरुआत में भारतीय टीम ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया, जिसका उसे फायदा भी मिला। भारत को 8वें मिनट में ही पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन उसे गोल में नहीं बदला जा सका।
मैच के 18वें मिनट में पेनल्टीकार्नर को गोल में बदल कर रूपिंदर पाल सिंह ने भारत को पहली सफलता दिलायी। मैच के 23वें मिनट में सरदार सिंह से मिले पास को रमनदीप ने अफान यूसुफ के पास भेजा और उन्होंने गोल करने में कोई गलती नहीं की।
इसके 4 मिनट बाद ही पाकिस्तान को मैच का पहला पेनल्टीकार्नर मिला और अलिम बिलाल ने उसे गोल में तब्दील करने में कोई गलती नहीं की और स्कोर 2-1 हो गया। हॉफ टाइम खत्म होने पर भारतीय टीम 2-1 से आगे रही।
दूसरे हॉफ के 7वें मिनट में अली शान ने गोल कर पाकिस्तान को 2-2 की बराबरी दिलायी। मैच के 50वें मिनट में निकिन थिमैया ने गोल कर भारत की बढ़त 3-2 कर दी। मैच के खत्म होने पर यही स्कोर रहा और भारतीय टीम 3-2 से खिताब जीतने में सफल रही।
बता दें कि इस मैच में भारत के कप्तान श्रीजेश चोट की वजह से नहीं खेल रहे हैं। भारत 2011 में विजेता और 2012 में उपविजेता रह चुका है। टूर्नामेंट के लीग मैच में कुछ दिनों पहले ही भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से हराया था।
पाकिस्तान दो बार जबकि भारत एक बार इस टूर्नामेंट को जीत चुका है। भारत ने तीसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई है।