नई दिल्ली। गोवा में 20 से 28 नवंबर तक होने वाले सैंतालीसवें अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म उत्सव में 88 देशों की 194 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी और मुख्य रूप से कोरिया की चुनी हुई फिल्में दिखाई जाएंगी। खास बात यह है कि इस बार एक भी पाकिस्तानी फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन राठौड़, गोवा के उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा और भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चो ह्यून उपस्थित में बताया कि फिल्म उत्सव निदेशालय को फिल्म उत्सव के लिए विभिन्न देशों से 1032 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं, जिनमें से प्रदर्शन के लिए 88 देशों की 194 फिल्मों को चुना गया है।
उन्होंने बताया कि इस बार फिल्म उत्सव में कोरिया के सर्वश्रेष्ठ सिनेमा को मुख्य रूप से प्रदर्शित किया जाएगा और कोरिया के सुप्रसिद्ध लेखक एवं निर्देशक इम क्वोन ताएक को सर्वश्रेष्ठ निदेशक के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इसके साथ ही फिल्म क्षेत्र में उभरती हुई प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए किसी निर्देशक को सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म का शताब्दी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के अंतर्गत विजेता को रजत मयूर की कलाकृति, प्रमाणपत्र और दस लाख रुपए दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस बार उत्सव में ऐसी फिल्म पर आईसीएफटी-यूनेस्को गांधी पदक भी प्रदान किया जाएगा, जो शांति, सहिष्णुता और अहिंसा के संदेश को दिखाती हो। पुरस्कार के तहत गांधी पदक और प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
https://www.sabguru.com/sp-balasubrahmanyam-to-receive-centenary-award/