लंदन। दो साल के अंतराल के बाद इराक की सेना आईएस के गढ़ मोसुल में घुसी। आईएस मुखिया अबु बकर अल बगदादी के मोसुल में ही छिपे होने की संभावना है।
समाचारपत्र इंडिपेंडेंट ने इराकी कुर्दिस्तान के राष्ट्रपति मसूद बरजानी के सेना प्रमुख फऊद हुसैन के हवाले से कहा कि कई सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि आईएस मुखिया बगदादी मोसुल में ही कहीं छिपा है।
फऊद हुसैन ने कहा कि अगर बगदादी मारा जाता है तो आईएस का पूरा नेटवर्क ध्वस्त हो जाएगा। तब आईएस को युद्ध के बीच ही बगदादी का उत्तराधिकार चुनना होगा लेकिन जो भी उसकी जगह लेगा, उसका प्रभाव बगदादी जितना तो नहीं ही होगा।
गौरतलब है कि बगदादी पिछले आठ-नौ महीने से छिप-छिपकर जी रहा है और इस दौरान वह मोसुल में ही कहीं छिपा रहा। वर्ष 2014 में ज्यादातर उत्तरी इराक और पूर्वी सीरिया पर कब्जा करने के बाद आईएस के खिलाफ जोर-शोर से अभियान छेड़ा गया। उसके बाद से आईएस के तमाम बड़े नेता सैन्य अभियान में मारे जा चुके हैं।
हुसैन ने कहा कि बगदादी के मोसुल में होने से लड़ाई कुछ खिंच सकती है क्योंकि उसके जिंदा रहने तक वे पूरी ताकत से मुकाबला करेंगे। यह तो तय है कि वे हारेंगे, लेकिन लड़ाई कब तक खिंचेगी, यह कहना मुश्किल है।
आईएस ने मोसुल शहर के आसपास के गांवों ने कई सुरंगें खोद रखी हैं ताकि वे खुद को बचाते हुए लंबे समय तक मोर्चा थाम सकें।