बगदाद। इराक से लगती सीमा पर तुर्की सेना के जमावड़े पर इराक के प्रधानमंत्री ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं लेकिन तुर्की को भी तनाव नहीं बढ़ाना चाहिए।
न्यूज चैनल अलजजीरा के मुताबिक मोसुल को आईएसआईएल (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत) से मुक्त कराने में तुर्की भी भूमिका निभाना चाहता है। उसका कहना है कि चूंकि वह भी आईएसआईएल के खिलाफ बने गठबंधन का हिस्सा है, इसलिए उसकी भी भूमिका बनती है। लेकिन इराक ऐसा नहीं चाहता।
मोसुल में चल रहे ऑपरेशन के बीच इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी ने कहा कि तुर्की की सेना ने अगर सीमा पार की तो इसे इराक की संप्रभुता का उल्लंघन माना जाएगा। उन्होंने कहा कि न तो हम तुर्की से उलझना चाहते हैं और न ही उससे युद्ध करना चाहते हैं। लेकिन, अगर झड़प हो ही जाती है तो हम इसके लिए भी तैयार हैं। फिर हम तुर्की को दुश्मन मानेंगे और उसी तरह उससे पेश आएंगे।
मंगलवार को इस तरह की खबरें आईं थीं कि तुर्की ने अपनी सेना और टैंकों को इराक से लगती दक्षिण-पूर्वी सीमा की ओर रवाना कर दिया है। तुर्की के रक्षा मंत्री ने कहा कि इराक की सीमा पर तैनाती क्षेत्र के महत्वपूर्ण घटनाक्रम के मद्देनजर की गई है। वहां जो कुछ भी होगा, उसकी पूर्व तैयारी के तौर पर यह कदम उठाया गया।