नई दिल्ली। ओआरओपी की मांग को लेकर पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की खुदकुशी के कारण बुधवार को दिल्ली का राजनीतिक माहौल गर्मा गया।
ग्रेवाल के परिजनों से मिलने गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत तमाम नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसपर कांग्रेस और आप ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला।
राहुल गांधी को दिनभर में दो बार हिरासत में लिया गया। दूसरी बार उन्हें रात करीब 8.15 बजे छोड़ा गया। उनके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया और शीला दीक्षित को भी हिरासत में लिया गया था।
छूटने के बाद राहुल ने कहा कि रामकिशन के रिश्तेदारों को उनके जीवन के सबसे मुश्किल दिन हिरासत में लिया गया। सरकार को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेडी हार्डिंग अस्पताल के बाहर हिरासत में लिया गया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दोपहर में ही हिरासत में लिया गया था, उन्हें आठ घंटे बाद छोड़ा गया।
इससे पहले दोपहर में रामकिशन के परिवार के लोगों से मिलने गए राहुल की पुलिस अफसरों से तीखी बहस हुई। राहुल ने कहा कि हिंदुस्तान में आप एक शहीद के परिवार के लोगों को अरेस्ट कर रहे हैं। शर्म नहीं आती?
नोकझोंक के बाद राहुल को हिरासत में ले लिया गया। उनके साथ रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी को भी हिरासत में लेकर मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा ने कहा कि मना करने के बाद भी राहुल अस्पताल पहुंचे थे इसलिए हमने उन्हें हिरासत में लिया।
राहुल समेत अन्य नेताओं की हिरासत पर पार्टी महासचिव आनंद शर्मा और अहमद पटेल ने कहा कि राहुल केवल राम किशन के परिजनों से मुलाकात करने गए थे। यह तो किसी कानून का उल्लघन नहीं है बावजूद इसके उन्हें हिरासत में लिया गया।
सरकार पहले दिन से गैरलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है। आनंद शर्मा ने कहा कि पुलिस ने उनके परिजनों के खिलाफ फोर्स का इस्तेमाल किया। उन्हें जमीन पर खींचा गया और उनकी पिटाई की गई।
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि मोदी के राज में किसान और जवान दोनों आत्महत्या कर रहे हैं। सिपाही सरहद पर बाहरी दुश्मन से लड़ रहे हैं और देश में अपने अधिकारों के लिए। सारे देश को उनके अधिकारों के लिए खड़े हो जाना चाहिए।
इसके साथ ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सवाल किया कि मैं रामनोहर लोहिया अस्पताल में आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने गया था, धरना देने नहीं। इसमें कौन सा अपराध है?
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली का उपमुख्यमंत्री अगर शोकग्रस्त सैनिक परिवार से मिले तो आपकी कानून व्यवस्था खतरे में पड़ जाती है? ये कौन सी व्यवस्था हैं मोदी जी? मुझे बताया गया है कि धारा 65 के तहत पुलिस बिना कोई कागज़ बनाए 23 घंटे तक हिरासत में रख सकती है।
आम आदमी पार्टी ने मनीष सिसोदिया की हिरासत के खिलाफ संसद मार्ग थाने के बार प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनकारियों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इनमें आप के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडेय और संजय सिंह भी थे। दूसरी ओर रामकिशन ग्रेवाल के पुत्र ने कहा कि मेरे पिता की मौत पर सियासत खेली जा रही है। सब राजनीति कर रहे हैं।
इस पूरी घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें पूर्व सैनिक के परिजनों से मिलने देना चाहिए। हमारे प्रतिनिधि भी दिल्ली जा रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी और मनीष सिसोदिया को शोकाकुल परिवार से मिलने से रोक दिया गया।