नई दिल्ली। फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफकैट) ने विवादित सनी देओल अभिनीत फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ पर सुनवाई पूरी कर ली है और इस पर अगले हफ्ते फैसला आने की संभावना है।
मशहूर साहित्यकार काशी नाथ सिंह के उपन्यास ‘काशी का अस्सी’ पर बनी इस फिल्म पर भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने इस वर्ष अप्रैल में प्रतिबन्ध लगा दिया था। इस फिल्म के रिलीज़ होने से पहले इसका कुछ भाग इन्टरनेट पर लीक हो गया था।
अगर फिल्म को कुछ शर्तो के साथ रिलीज करने की अनुमति मिलती है तो यह भारतीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के लिए एक और झटका माना जाएगा।
कुछ काट-छांट और यू/ए प्रमाण के साथ फिल्म को हरी झंडी मिल सकती है।दक्षिण बनारस के चर्चित और ऐतिहासिक अस्सी घाट से लगा मोहल्ला अस्सी पर 2015 में फिल्म बनी थी लेकिन फिल्म के संवाद और भाषा को लेकर विवाद खड़ा हो गया था।
इस फिल्म में सनी देओल के अलावा साक्षी तंवर और रवि किशन जैसे कलाकार हैं। फिल्म में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने, शहर तथा हिन्दू देवी-देवता की छवि खराब करने के लिए सनी देओल और फिल्म के निर्देशक के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई थी।
इस फिल्म में काफी गाली गलौच की गई है। भगवान् शिव के भेष में कलाकार को गालियां देते हुए दिखाया गया है।
‘उड़ता पंजाब’ फिल्म में भी काफी गाली गलौच है। इस फिल्म को भी सेंसर बोर्ड ने रोक दिया था और 93 कट लगाने का आदेश दिया था लेकिन फिल्म निर्माता कोर्ट चले गए थे।
‘मोहल्ला अस्सी’ का मामला दिल्ली हाई कोर्ट भी गया था। हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को ही अपने फैसले की समीक्षा करने का कहा था। इसके बाद फिल्म निर्माता एफकैट चले गए।
एफकैट ने अपनी सुनवाई पूरी कर ली है, जिसका आदेश अगले हफ्ते आने की उम्मीद है। फिल्म को रिलीज करने की अनुमति मिल सकती है लेकिन कुछ शर्तो के साथ।
हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पंहुचाने वाले संवाद, भगवान की वेषभूषा आदि को लेकर फिल्म में काट छांट हो सकती है।