ऩई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेएनयू से लापता हुए छात्र नजीब अहमद की मां को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए रविवार को मायापुरी थाने में धरना दिया। वहीं थाने के बाहर आप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन भी किया।
दरअसल नजीब अहमद को ढून्ढ पाने में नाकामयाब रही है, नजीब अहमद की बरामदगी की मांग को लेकर दिल्ली के इंडियन गेट पर ‘जस्टिस फॉर नजीब- युनाइटेड सिटिजन विगिल’ के नाम से रविवार को एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था।
लेकिन दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके में बैरिकेड लगाकर इंडिया गेट जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया। पूरे इलाक़े में धारा 144 लगा दी गई और प्रदर्शन में शामिल लोगों और नजीब की मां को हिरासत में लिया गया। हालांकि अब उन्हें रिहा कर दिया गया है।
इस पूरी घटना के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मायापुरी ठाने में जाकर नजीब की मां से मुलाकाता की और दिल्ली पुलिस से उन्हें रिहा करने की अपील करते हुए कहा कि जब तक नजीब की मां घर नहीं पहुंच जाती, मैं पुलिस थाने में ही रहूंगा, एक मां की आहें तुम्हें लगेंगी।
वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर के कहा, ‘मोदी जी! इसी दिन के लिए आपने संसद की पहली सीढ़ी पर माथा टेका था? 24 दिन से अपना बेटा तलाश रही नजीब अहमद (लापता जेएनयू छात्र) की मां को किस बेरहमी से घसीटा जा रहा है।
वहीं दिल्ली सरकार में विकास मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर कहा, ‘रोहितवेमुला की रोती मां, पूर्वसैनिक के परिजनों का अपमान,अपने बेटे नजीब को ढूंढने की मांग पर मां को गिरफ्तारी का इनाम-कब तक सहेगा हिन्दुस्तान?’
गौरतलब है कि जेएनयू से एमएससी बायॉटेक्नॉलजी छात्र नजीब का एबीवीपी के कुछ छात्रों के साथ झगडा हुआ था। जिसके बाद बीते 15 अक्टूबर से नजीब गायब है। नजीब की बरामदगी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन नजीब का भी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।